सिंगापुर, २८ दिसम्बर ।
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने शुक्रवार को मनमोहन सिंह को एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट में उन्होंने पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री को याद किया और बताया कि कैसे भारतीय नेता ने उनके जेल में रहने के दौरान उनके बच्चों के लिए छात्रवृत्ति की पेशकश की थी। हालांकि, अनवर इब्राहिम ने उनके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था, लेकिन वे स्पष्ट रूप से इस भाव से प्रभावित थे। मलेशियाई नेता 1999 से 2004 तक जेल में रहे, जब उनकी सजा पलट दी गई। इस दौरान डॉ. मनमोहन सिंह राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे।एक्स पर, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री को भारत को विश्व की आर्थिक महाशक्तियों में से एक के रूप में उभरने की दाई के रूप में वर्णित किया। उन्होंने लिखा कि राजनेता के तौर पर डॉ मनमोहन सिंह थोड़े अजीब हैं, लेकिन एक राष्ट्र कर्मी के तौर पर वे निर्विवाद रूप से ईमानदार, दृढ़ थे। वे अपने पीछे ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जो आने वाली पीढिय़ों को प्रेरित करेगी। उन्होंने लिखा कि बहुत से लोग यह नहीं जानते है और अब समय आ गया है कि मैं इसे मलेशियाई लोगों के साथ साझा करूं, मेरे कारावास के वर्षों के दौरान मनमोहन सिंह ने ऐसी दयालुता दिखाई, जिसकी उन्हें जरूरत नहीं थी।
उन्होंने मेरे बच्चों, खास तौर पर मेरे बेटे इहसान के लिए छात्रवृत्ति की पेशकश की थी।मलेशियाई प्रधानमंत्री ने लिखा कि हालांकि मैंने इस शानदार पेशकश को अस्वीकार कर दिया था, लेकिन इस तरह के इशारे ने निस्संदेह उनकी असाधारण मानवता और उदारता को दर्शाया। उन्होंने लिखा, उन काले दिनों में, जब मैं कारावास की भूलभुलैया से गुजर रहा था, वे एक सच्चे मित्र की तरह मेरे साथ खड़े रहे। शांत उदारता के ऐसे कार्य उन्हें परिभाषित करते हैं और वे हमेशा मेरे दिल में अंकित रहेंगे। अलविदा, मेरे मित्र, मेरे भाई, मनमोहन।