नईदिल्ली, ११ जुलाई [एजेंसी]। तृणमूल कांग्रेस ने आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन सहित छह उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। न्य उम्मीदवार डोला सेन, सुखेंदु शेखर रे, समीरुल इस्लाम, प्रकाश चिक बड़ाइक और साकेत गोखले हैं। रत निर्वाचन आयोग ने घोषणा की है कि गोवा, गुजरात और पश्चिम बंगाल की 10 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव 24 जुलाई को होंगे। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता साकेत गोखले राज्यसभा चुनावों के लिए ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी द्वारा घोषित छह उम्मीदवारों में से एक हैं। कई मामलों के बावजूद, जिनमें से एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित भी है। टीएमसी ने गोखले को राज्यसभा सीट के लिए नॉमिनेट किया है। गोखले वर्तमान में टीएमसी में प्रवक्ता हैं। 2021 में पार्टी में शामिल हुए। वह एक सूचना का अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता हैं। उन्होंने पेगासस स्पाइवेयर सहित दर्जनों प्रश्न दायर किए हैं। साकेत गोखले को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), पीएम मोदी और भारत सरकार के खिलाफ फर्जी दावे फैलाने के लिए जाना जाता है। गोखले ने जनवरी 2020 में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के बीच झूठ फैलाया और दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने रैली आयोजित करने और देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को नारे लगाने की अनुमति दी थी। हालाँकि, उनके पास दिल्ली पुलिस द्वारा भेजा गया कोई अनुमोदन पत्र नहीं था जो उनके दावों को साबित कर सके। बाद में उसी वर्ष जून में उन्होंने कोविड प्रसार के दौरान वेंटिलेटर घोटाले के बारे में एक बेतुकी साजिश का सिद्धांत पेश किया। ऐसा पीएम केयर्स फंड से खरीदे गए वेंटिलेटरों की पहली खेप अस्पतालों को उपलब्ध कराए जाने के बाद हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया था कि पीएम केयर्स फंड के तहत वेंटिलेटर की खरीद के लिए आवंटित धनराशि से 750+ करोड़ गायब हो गए हैं। इस सिद्धांत को तब कांग्रेस पार्टी द्वारा बढ़ाया गया था। हालाँकि, भारत में एक पेशेवर रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड के सीएमडी ने फर्जी दावों को खारिज कर दिया था। फरवरी 2021 में बीईएल ने झूठ फैलाने के लिए आरटीआई कार्यकर्ता के खिलाफ ?1 करोड़ का मानहानि का मुकदमा दायर किया।