नईदिल्ली, 09 जुलाई । उज्जैन । सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी निकलने के दौरान सवारी मार्ग के रहवासी व व्यापारी उमस व गर्मी से बेहाल रहेंगे। जिला प्रशासन ने सवारी निकलने के समय मार्ग की बिजली बंद रखने का निर्णय लिया है। प्रशासन के इस बेतुके निर्णय से लोगों में रोष है। उनका कहना है कि प्रशासन को विद्युत प्रदाय बंद रखने की बजाय, लाइनों का उचित रख रखाव कराना चाहिए।कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि दूसरी जगह जुलूस, जलसों के समय विद्युत प्रदाय बंद कर दिया जाता है। इससे बिजली से होने वाली किसी भी संभावित दुर्घटना से बचा जा सकता है। भगवान महाकाल की सवारी के दर्शन करने के लिए देशभर से हजारों श्रद्धालु उज्जैन आते हैं। श्रावण में बारिश की संभावना अधिक रहती है।सवारी मार्ग पर बिजली से होने वाली संभावित दुर्घटना को रोकने व लोगों की सुरक्षा के लिए सवारी निकलने के दौरान विद्युत प्रदाय बंद करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए विद्युत वितरण कंपनी के कर्मचारी प्रत्येक डीपी पर तैनात रहेंगे। जिस मार्ग से भी सवारी गुजरेगी, उस मार्ग की बिजली कुछ समय पहले से सवारी गुजरने के कुछ समय बाद तक बंद रहेगी। सवारी निकलने के बाद विद्युत प्रदाय सुचारू किया जाएगा। प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहा है। विद्युत लाइन को संधारण व व्यवस्था का दुरुस्त करने के बजाए जनता को परेशान करने वाले निर्णय लिए जा रहे हैं। मंदिर के मुख्य द्वार के सामने विद्युत केबल का जाल हवा में झूल रहा है। विद्युत वितरण कंपनी को इन्हें व्यवस्थित करना चाहिए। क्योंकि भगवान महाकाल की दूसरी सवारी में हाथी भी शामिल होगा। हाथी पर चांदी के सिंहासन में विराजित कर भगवान का मुखारविंद निकाला जाएगा। अव्यवस्थित विद्युत लाइनों से हाथी को निकलने में परेशानी हो सकती है।