कोरिया-बैकुंठपुर। शुक्रवार को छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले आयोजित शासकीय कर्मचारियों के हड़ताल का कोरिया जिले में भी खासा असर देखने को मिला शासकीय कर्मचारियों के हड़ताल से शासकीय कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह से ठप्प रहा, लिपिक संवर्ग के साथ अन्य सभी श्रेणी के कर्मचारी आंदोलन में शामिल रहे जिससे कि आमजन को शासकीय कार्यालयों से अपना काम कराने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा ।शिक्षक संवर्ग भी इस एक दिवसीय हड़ताल में शामिल रहे जिससे कि कई स्कूलों में ताले लटके रहे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय निकाय के आह्वान पर 5 सूत्रीय मांगों को लेकर कोरिया जिले के आंदोलनरत कर्मचारी साथी धरना स्थल प्रेमाबाग में उपस्थित हुए यहां अनेक वक्ताओं ने उद्बोधन के माध्यम से अपनी मांगों को लेकर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया कर्मचारियों ने सरकार से उनकी मांगों को पूरा करने का आह्वान किया और मांग पूरी ना होने की स्थिति में आगामी अगस्त माह में अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। धरना प्रदर्शन के बाद गगनभेदी नारों के साथ सभी कर्मचारी वाहन रैली के माध्यम से कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचे यहां उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव के नाम एक हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन कलेक्टर कोरिया को सौंपा। सौपें गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि छठवें वेतनमान के आधार पर देय गृह भाड़ा भत्ता को सातवें वेतनमान के आधार पर केंद्रीय दर पर पुनरीक्षित किया जाए, राज्य के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केंद्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता स्वीकृत किया जाए,प्रदेश के कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर गठित पिंगुआ कमेटी एवं सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव की अध्यक्षता में वेतन विसंगति हेतु गठित समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए,कांग्रेस पार्टी के जन घोषणा पत्र के क्रियान्वयन हेतु राज्य के समस्त कर्मचारियों को 4 स्तरीय वेतनमान क्रमश: 8,16, 24 एवं 30 वर्ष की सेवा अवधि उपरांत किया जावे एवं अनियमित संविदा एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित किया जाए पुरानी पेंशन का लाभ दिलाने हेतु प्रथम नियुक्ति तिथि सेवा गणना की जावे एवं पूर्ण पेंशन का लाभ अहर्तादायी सेवा 33 वर्ष के स्थान पर 25 वर्ष किया जावे। उपरोक्त 5 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपने के साथ ही संयुक्त मोर्चा ने कहा है कि एक दिवसीय हड़ताल के पश्चात यदि शासन उनकी मांगों पर विचार नहीं करती है तो आगामी 1 अगस्त 2023 से अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा। उक्त प्रदर्शन में संयुक्त मोर्चा के संयोजक राजेंद्र सिंह,शंकर सुवन मिश्रा,अशोक यादव, जय नाथ बाजपाई, सुरेश एक्का,अशोक गुप्ता,अरुण वर्मा,देवेश जयसवाल,राहुल मिश्रा, मोतीलाल वर्मा, पंकज पांडे, अशोक गुप्ता, महेश शिवहरे,राजेश सिंह, सुधाकर पूरी, जमुना प्रसाद राजवाड़े, हरिकांत अग्निहोत्री, जीपी भदोरिया,राजेश पाण्डेय,वीरेंद्र बहादुर सिंह,अनिल कुजूर, सुमित जयसवाल, शिव लाल राजवाड़े, आरपी गौतम, प्रीतम महथा, विश्वास भगत, अशोक लाल कुर्रे ब्रह्मानंद सिंह, डाक्टर एस पैकरा,डाक्टर इमरान,डाक्टर योगेंद्र सिंह चौहान,रवि मिश्रा,राकेश कुमार पांडे, परमेश्वर राजवाड़े,अतर सिंह,श्यामसुंदर जयसवाल, डॉक्टर रामस्वरूप सिंह चंदे, फरीद खान,आरपी शुक्ला, रुद्र मिश्रा, विश्वास भगत, आरपी मिश्रा, मुकेश सिंह,धीरज सिंह बघेल, अतर सिंह, रविंद्र सिंह रामकुमार राजवाड़े, अनिरुद्ध शर्मा,राजेश पाण्डेय, ब्रह्मानंद सिंह,नफीस आलम,दीपक तिर्की, वीरेंद्र पटेल, अनुराग सोनी, शिव गोपाल सारथी,अमृतांशु मिश्रा,दया साहू, चेतनारायान कश्यप,रूपेश सिंह समेत बड़ी संख्या में पुरुष एवं महिला कर्मचारी शामिल रहे। आंदोलन को सफल बनाने में छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ, शालेय शिक्षक संघ कोरिया, छत्तीसगढ़ टीचर एसोसिएशन, एनएचएम संघ,कोषालय कर्मचारी संघ, वन कर्मचारी संघ, भृत्य संघ,वाहन चालक कर्मचारी संघ, नवीन शिक्षक संघ,पेंशन धारी कल्याण संघ, एडीओ संघ, पंचायत सचिव संघ, न्यायिक कर्मचारी संघ,सहायक शिक्षक फेडरेशन, राजस्व निरीक्षक संघ,लघु वेतन कर्मचारी संघ, कर्मचारी कांग्रेस,अनियमित कर्मचारी संघ, आरएमए संघ, स्वास्थ्य एवं बहुद्देशीय कर्मचारी संघ, राजपत्रित अधिकारी संघ आदि संगठनों से जुड़े सदस्यों का योगदान रहा।