नई दिल्ली। अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने साथी बुच विल्मोर के साथ पिछले दो महीने से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में फंसी हैं। शुरूआत में उन्हें आठ दिन में ही इस मिशन को पूरा कर लौटना था, लेकिन स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी खराबी आ जाने के बाद उनकी वापसी में देरी हो रही है। अब एक विशेषज्ञ ने चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा है कि सुनीता और बुच विल्मोर ऐसी परिस्थिति में भी फंस सकते हैं, जहां उनके पास केवल 96 घंटे की ऑक्सीजन आपूर्ति बचेगी। अमेरिकी सैन्य अंतरिक्ष प्रणालियों के पूर्व कमांडर रूडी रिडोल्फी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान गलत कोण पर पृथ्वी में प्रवेश करने का प्रयास करता है तो वह वायुमंडल से टकराकर वापस कक्षा में बना रह सकता है। रिडोल्फी ने कहा कि ऐसी स्थिति में सुनीता और बुच मात्र 96 घंटे की ऑक्सीजन सप्लाई के साथ ही अंतरिक्ष में फंसे रह सकते हैं। वहीं उन्होंने दो और परिस्थितियों की संभावना जताई, जो घटित हो सकती है। रिडोल्फी ने कहा कि एक अन्य संभावना में स्पेसक्राफ्ट गलत एलाइनमेंट के कारण पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश करने में विफल हो सकता है। यदि ऐसा होता है तो स्टारलाइनर अनिश्चित काल के लिए अंतरिक्ष में फंसा रहेगा।
जान को भी हो सकता है खतरा
अंतिम संभावना के बारे में बताते हुए रिडोल्फी ने कहा कि इसमें अंतरिक्ष यात्रियों के जीवन को खतरा भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि यदि अंतरिक्ष यान सीधे कोण पर प्रवेश करने की कोशिश करता है तो इससे अत्यधिक घर्षण और गर्मी के कारण उसकी हीट शील्ड फेल हो सकती है। ऐसी स्थिति में स्पेसक्राफ्ट सतह पर पहुंचने से पहले ही जल जाएगा और इससे उसमें सवार अंतरिक्ष यात्रियों की जान भी जा सकती है।
नासा तलाश रहा विकल्प
इधर, नासा अंतरिक्ष यात्रियों को जल्द ही सुरक्षित वापस लाने के विकल्प तलाश रहा है, लेकिन अभी भी कई संभावित जोखिम हैं, जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। नासा स्पेस एक्स के क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान में भी अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने पर भी विचार कर रहा है, जो कि सितंबर 2024 में प्रस्थान करेगा।