कोरबा। कोरबा चांपा नेशनल हाईवे संख्या 49 वी की घोषणा और इसके बाद प्राथमिक स्तर पर किए जा रहे कार्यों के बीच कई प्रकार से विवाद की स्थिति बनी हुई है। खास तौर पर इस इलाके में विस्थापित लोगों की काफी शिकायतें हैं। मुआवजा को लेकर भी लोगों को काफी नाराजगी है मनमानी के आरोप लगातार लगते रहे है। प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री और वर्तमान में रामपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक ननकीराम कंवर के पास इस बारे में कई प्रकार के तथ्य आए हैं। वे मीडिया के सामने इन चीजों का खुलासा करेंगे। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कोरबा जिले में अपना काम जारी रखा है। अंबिकापुर बिलासपुर नेशनल हाईवे के लोकार्पण के साथ ही कोरबा चांपा की तरफ काम जारी है। लोक निर्माण विभाग के द्वारा इस मार्ग को एनएचएआई को हस्तांतरित करने की कार्रवाई पिछले वर्षों में की गई थी, जिसके बाद से आगे की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। कोरबा से चांपा के बीच जिन क्षेत्रों से होकर नेशनल हाईवे की नई सड़क बनाई जा रही है, उसके दायरे में सैकड़ों की संख्या में लोग आए हैं। उनकी कृषि और गैर कृषि जमीन भी प्रभावित हुई है। बार-बार ऐसे मामलों में गलत सर्वे और मुआवजा की राशि कम बनाए जाने के आरोप लगते रहे हैं। कई स्तर पर प्रभावित लोगों के द्वारा शिकायत की गई है ।भाजपा विधायक ननकीराम कंवर के पास इस तरह के तथ्य पहुंचे हैं। उन्होंने इनका खुलासा मीडिया से चर्चा करने के साथ करने की बात कही है। जबकि इससे पहले एनएचएआई के द्वारा की गई कार्रवाई के परिप्रेक्ष्य में बताया जा चुका है कि अब तक की स्थिति में 1 अरब 44 करोड़ रुपए की राशि संबंधित प्रभावित लोगों को वितरित करने की कार्यवाही की जा रही है।