रिकांगपिओ, १४ जुलाई [एजेंसी]। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू वीरवार को जिला किन्नौर के चोलिंग पहुंचे और विभिन्न पर्यटन स्थलों में आपदाओं में फंसे हुए सभी पर्यटकों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। इस दौरान उन्होंने जिला में बारिश व बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में हेलीकाप्टर के माध्यम से नुकसान का जायजा लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि प्रदेशभर में जगह-जगह बारिश के चलते आपदाएं आई है और करोड़ों का नुकसान हुआ है। इसमें कई लोगों ने अपनी जान भी गवाईं है और प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों में हजारों की संख्या में पर्यटक फंसे हुए है जिन्हें मौके से निकालने के लिए प्रदेश सरकार मैदान में उतरकर काम कर रही है। जिन क्षेत्रों में लोगों के घर क्षतिग्रस्त हुए है उन्हें सरकार ने राहत सामग्री व राहत राशि भी प्रदान की है और लगातार प्रदेश के उन क्षेत्रों में जहां आपदाएं आई है वहां पर सरकार के मंत्री व प्रशासनिक अधिकारी लोगों की सहायता करने का काम भी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार लोगों की आर्थिक व अन्य मदद कर रही है।उन्होंने प्रधानमंत्री से भी हिमाचल के लिए विशेष आर्थिक सहायता देने की बात भी की है परंतु केंद्र सरकार की ओर से इस विपदा की घड़ी में अबतक किसी प्रकार की राहत राशि जारी नहीं हुई है। इसके चलते प्रदेश सरकार को आर्थिक रूप से भी केंद्र सरकार से सहायता की उम्मीद है। वहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी क्षेत्रों में बिजली, सड़क, पानी को बहाल करने के लिए अधिकारी काम कर रहे हैं और जल्द ही प्रदेश का जनजीवन सामान्य हो जाएगा। बाक्स मुख्यमंत्री ने जगत सिंह नेगी की तारीफ की और कहा कि प्रदेश में आई आपदा की इस मुश्किल घड़ी में वह सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन चंद्रताल में हैं। जहां का तापमान माइनस 4 डिग्री सेल्सियस चल रहा है और जहां ऑक्सीजन की भी कमी है वहां 65 वर्ष की उम्र में भी जगत नेगी लीड कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि चंद्रताल में फंसे सभी पर्यटकों को सही सलामत लोसर तक पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है उसके बाद हमें कोई घबराहट नहीं होगी।