
कोरबा। मंगलवार की रात लगातार पांच घंटे तक हुई मूसलाधार बारिश से कोरबा का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। वहीं निचले इलाकों में लोगों के घरों में पानी भर जाने के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा और रतजगा करने के लिए विवश रहे।
सावन लगते ही कोरबा जिला सहित पूरे छत्तीसगढ़ में मानसून सक्रिय हो गया है और लगातार बारिश हो रही है। कोरबा शहर में बीती रात जमकर मूसलाधार बारिश हुई जिसके कारण नदी, नालों पर उफान आ गए। वहीं शहर के निचली बस्तियों में लोगों के घरों में पानी घुस गया जिसके कारण वहां रह रहे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोग घरों में घुसे पानी को निकालने के लिए मशक्कत करते नजर आए। कई घरों में पानी घुसने के कारण वहां रखे घरेलू सामान खराब हो गए। भारी बारिश के बावजूद नगर निगम अथवा प्रशासन के लोगों ने अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों की मदद के लिए कोई विशेष दिलचस्पी नहीं दिखाई और वे मदद करने के बजाय अपने घरों में चैन की नींद सोते रहे। बार-बार फोन करने के बावजूद किसी ने फोन उठाने की जहमद नहीं उठाई। वहीं प्रभावित लोग रतजगा करने के लिए मजबूर रहे। कोरबा में बारिश रात्रि 9.30 बजे के लगभग शुरू हुई और कुछ ही देर में मूसलाधार का रूप ले लिया। मेघा लगातार पांच घंटे तक गरज-चमक के साथ जमकर बरसी। इस दौरान शहर का अधिकांश हिस्सा जलमग्न हो गया। निचले इलाकों में पानी भरने के साथ ही लोगों के घरों में घुस गया। जिसके कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बारिश होने से कोरबा शहर के पंडित रविशंकर शुक्ल नगर, बुधवारी, परशुराम नगर, मुड़ापार, इमलीडुग्गू, सीतामणी, काशीनगर, राताखार, दादर रोड, पुरानी बस्ती, सहित अन्य क्षेत्रों में लोगों के घरों में नाली-नालों का पानी घुस गया है जिससे लोगों को रात जगा करना पड़ा,वहीं तेज बारिश एवं अत्यधिक गरज और बिजली के चमकने से शहर के कई हिस्सों में बत्ती भी गुल हो गई जिससे लोगों को और अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है । वार्ड के लोगों ने कहा के नालों एवं नालियों के सफाई नहीं किए जाने से इस तरह की स्थिति उत्पन्न हुई है । उन्होंने बताया के कई जगह निगम द्वारा नाली नालों का सफाई तो थोड़ी बहुत कि गई पर ठेकेदारों द्वारा लगातार सफाई नहीं किए जाने से नाली,नालों की पानी का निकासी नहीं हो पाया जिसके चलते वह पानी मुहल्ले के सडक़ों से होते हुए लोगों के घरों में घुस रहा है,जिसके चलते लोगों को मौहल्ले के सडक़ों में चलने में दिक्कतें आ रही है,वहीं इन मुहाल्लों के बच्चे भी स्कूल जाने से रहे वंचित रहे। कई स्कूलों में पानी भरने के कारण छुट्टी दे दी गई।
बिजली व्यवस्था चरमराई, लोग हुए परेशान
मंगलवार रात तेज गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश शुरू होने के साथ ही शहर सहित उपनगरीय क्षेत्रों की बिजली गुल हो गई। इससे रात में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। रात करीब 3.30 बजे बिजली आपूर्ति बहाल की गई। इसके बाद सुबह से विभिन्न क्षेत्रों में बिजली की आंखमिचौली जारी रही।