
नईदिल्ली, ३१ जुलाई ।
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को केंद्रीय बजट पर बहस के दौरान सदन के एक सदस्य के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं जाट हूं और मुझे अपनी जाति पर गर्व है। उन्होंने कहा कि जाट केंद्र और राजस्थान सरकार की सूची में ओबीसी के अंतर्गत आते हैं। वह उस समिति का हिस्सा थे जिसने समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन का नेतृत्व किया था।उनका यह बयान बजट पर चर्चा के दौरान भाजपा सदस्य घनश्याम तिवाड़ी के भाषण के दौरान आया।
कांग्रेस सदस्य रजनी अशोक राव पाटिल ने पूछा कि तिवाड़ी ने धनखड़ का उल्लेख ओबीसी के रूप में क्यों किया। वह यह भी जानना चाहती थीं कि क्या राजस्थान में जाट ओबीसी हैं।भाजपा के डा. के. लक्ष्मण ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में जाटों को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल किया गया था। धनखड़ ने कहा कि वह जाट आरक्षण समिति से जुड़े हैं और इसके प्रमुख प्रवक्ता हैं। उन्होंने कहा कि छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने तत्कालीन प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी और उनकी मांग तुरंत स्वीकार कर ली गई थी।