जांजगीर चंपा। जिला मुख्यालय जांजगीर में यात्री प्रतीक्षालयों का निर्माण कराया गया है जो केवल शासन के पैसे की बर्बादी ही नजर आ रही है। जहां बसें रुकती है वहां प्रतीक्षालय बनाने के बजाए दूसरे स्थानों पर बना दिया गया है। ऐसे में यात्री प्रतीक्षालयों की कुर्सियां खाली रहती है और यात्री तपती धूप में बसों का इंतजार करने मजबूर हो रहे हैं। गौरतलब है कि जिला मुख्यालय जांजगीर में जय स्तंभ चौक के बगल में विष्णु मंदिर मार्ग मोड़ पर यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण कराया गया है लेकिन इस रुट पर चलने वाली यात्री बसें यहां नहीं रुकती बल्कि सड़क की दूसरी ओर यातायात पुलिस थाना के बगल में रुकती है। ऐसे में यात्री यहीं पर ठेले-गुमटी और पेड़ के चबूतरा में बैठकर बस के आने का इंतजार करते हैं। क्योंकि यात्री प्रतीक्षालय में बैठने की वजह से बसें छूटने का डर सताता है। इसी तरह कलेक्टोरेट मार्ग मोड़ पर भी इसी तरह यात्री प्रतीक्षालय बनाया गया है जहां भी कभी बसें नहीं रुकती। यहां पर यात्री सड़क किनारों पर खड़े रहते हैं और बसें सड़क से ही सवारी बिठा लेते हैं।
सामने में दुकानों का जमावड़ा
कचहरी चौक में जहां यात्री प्रतीक्षालय बनवाया गया है वहां सामने कई दुकानदार पसरा लगाकर दुकान लगाते हैं। ऐसे में यात्री प्रतीक्षालय दुकानों से घिर जाता है। लोगों के अंदर जाने के लिए परेशानी होती है। इसके चलते यात्री प्रतीक्षालय का उपयोग ही नहीं करते। दूसरी बड़ी वजह तो यही है कि यहां पर बस खड़ी होने की जगह ही नहीं है। मुख्य मार्ग होने से दिनभर भीड़भाड़ रहता है। ऐसे में यह समझ से परे हैं कि यहां पर यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण क्यों कराया गया। कलेक्टोरेट मार्ग मोड़ पर भी इसी तरह यात्री प्रतीक्षालय बनाया गया है जहां भी कभी बसें नहीं रुकती। यहां पर यात्री सड़क किनारों पर खड़े रहते हैं और बसें सड़क से ही सवारी बिठा लेते हैं।