जनकपुर। एमसीबी जिले के भरतपुर ब्लाक अंतर्गत रांपा धान खरीदी केंद्र में प्रबंधक द्वारा मजदूरों को काम पर नहीं लगाया गया है, परिणाम स्वरूप रांपा उपार्जन केंद्र में धान बेचने आ रहे किसानों को ही विवशता में हम्माली करनी पड़ रही है। मज़बूरीवश किसानों को अपने लाए हुए धान को स्वयं ही केंद्र से मिले बारदानों में धान की पलटी कर, सिलाई करके छल्ली लगाना पड़ रहा है, लेकिन जिम्मेदारों ने सब जानने के बाद भी अपनी आंखे बंद रखी हुई है। धान खरीदी के लिए शासन द्वारा जारी किया गया दिशा निर्देश की जानकारी क्षेत्र के किसानों को नहीं होने का पूरा फायदा रांपा उपार्जन केंद्र का प्रबंधक अरविन्द पांडेय द्वारा उठाया जा रहा है। यहां प्रबंधक के तानाशाही का आलम यह है कि उपार्जन केंद्र में बारदाना और टोकन के लिए किसान घंटो इंतजार करते रहते हैं। रांपा धान खरीदी केन्द्र में प्रबंधक द्वारा न तो किसानों के बैठने के लिए व्यवस्था किया है और न ही पीने के पानी की सुविधा की गई है। रांपा खरीदी केंद्र में इन तमाम कमियों के कारण किसानों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इस मामले में अभी तक जिम्मेदार प्रशासन द्वारा गंभीरता से ध्यान नहीं दिया जा रहा है। किसानों ने बताया कि रांपा उपार्जन केंद्र में यह समस्या हर साल होती है जिसके कारण हम किसान खुद ही मजदूर व सूजा, सुतली, तौल के लिए कांटा स्वयं लेकर आते हैं और यहां का सारे कार्य करते हैं। किसानों ने बताया ट्रेक्टर से धान उतार कर बारदाना मे भरते हैं, उसके बाद खुद ही तौल करते हैं, तौल करने के बाद धान से भरे बारदाने को कंधे पर उठाकर छल्ली लगाते हैं।
प्रबंधक की तानाशाही
धान की खरीदी के लिए रांपा उपार्जन केंद्र में प्रबंधक अरविन्द पांडेय को लगाया गया है, पर इसकी तानाशाही रवैया कम नहीं दिख रहा है। जिस वजह से किसानों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। स्थिति यह है कि किसानों को केंद्र में सूजा, सुतली व कांटा तक नहीं मिलता है। रांपा उपार्जन केंद्र में धान की खेप लाने वाले किसान स्वयं से सूजा, सुतली, कांटा व मजदूरों लेकर आते है, और काफी मशक्कत करने के बाद केंद्र से मिले बारदाना में धान की पलटी कर सिलाई व तौल कर, लाट में छल्ली लगा रहें है। किसानों को कथित प्रबंधक द्वारा किसी प्रकार की सुविधा केन्द्र में नहीं दी जा रही है। यहाँ न तो बैठने की व्यवस्था और न ही पीने के पानी की सुविधा की गई है।
किसानों को नहीं मिल रही सुविधा
शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर धान क्रय बिक्रय के लिए भले ही किसानों के हित में व्यवस्था बनाई गई है, ताकि धान बिक्रय के लिए केंद्र में आने वाले किसानों को किसी भी तरह की असुविधा न होने पाए और जिले के कलेक्टर के द्वारा भी सख्त निर्देश दिया गया है कि किसानों को खरीदी केंद्रों में किसी भी तरह की कोई परेशानी नही होनी चाहिए। लेकिन जिले के रांपा उपार्जन केंद्र में किसानों का लगातार शोषण हो रहा है। यहाँ किसानों को किसी तरह की कोई सुविधा नहीं दी जा रही, यहां तक कि पीने का पानी तक किसानों को नहीं मिल पा रहा है। वारदाना व टोकन के लिए भी किसानों को केंद्र में घंटों इंतजार करते हुए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं किसानों का कहना है कि धान की उपज हमारा है और बिक्री करना है, इसलिए हम लोग उपार्जन केंद्र का सारा कम मज़बूरी में स्वयं करते है।