वाशिंगटन, ०८ जुलाई । रूस और यूक्रेन के बीच 16 महीने से ज्यादा वक्त से युद्ध छिड़ा हुआ है और दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ सैन्य बढ़त हासिल करने के उद्देश्य के साथ अपनी रणनीति को अंजाम देने में जुटे हुए हैं। इस बीच यूक्रेन ने एक बार फिर से पश्चिम देशों की तरफ मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। ऐसे में यूक्रेन की चांदी होने वाली है, क्योंकि अमेरिका ने उसे क्लस्टर बम देने की बात कही है। यूक्रेन को एक नया सैन्य सहायता पैकेज अमेरिका की तरफ से मुहैया कराया जा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने शुक्रवार को इसका एलान किया। इस पैकेज में क्लस्टर बम भी शामिल हैं। राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि यूक्रेन को क्लस्टर बम सामग्री भेजना एक कठिन निर्णय था, लेकिन यूक्रेन को इसकी सख्त जरूरत है। दरअसल, रूस के खिलाफ जंग में यूक्रेन का गोला-बारूद खत्म हो रहा है। ऐसे में यूक्रेन ने अमेरिका से जल्द से जल्द सैन्य मदद मुहैया कराने का अनुरोध किया था। बाइडन ने सीएनएन को बताया कि यह मेरी ओर से लिया गया बेहद कठिन निर्णय था। हालांकि, मैंने अपने सहयोगियों के साथ इस पर चर्चा की। यूक्रेनियों के पास गोला-बारूद खत्म हो रहा है।बता दें कि यूक्रेन के लिए सैन्य सहायता पैकेज को लेकर बाइडन सरकार के भीतर महीनों तक बहस छिड़ी हुई थी कि क्या यूक्रेन को 100 से ज्यादा देशों में प्रतिबंधित क्लस्टर बम प्रदान किए जाएं या नहीं।यह खास तरह के बम होते हैं, जो एक साथ सैंकड़ों छोटे-छोटे बमों से बनते हैं। फटने पर ये बड़े इलाके में फैल जाते हैं और अधिक संख्या में लोगों को घायल करते हैं। क्लस्टर बम बेहद खतरनाक और विनाशक बमों की श्रेणी में आता है। क्लस्टर बम को बमों का एक गुच्छा भी कहा जा सकता है। इसे लड़ाकू विमानों से जरिए गिराया जाता है। एक ही क्लस्टर बम में कई बम गुच्छे के रूप में होते हैं। दागे जाने के बाद क्लस्टर बम अपने भीतर के बमों को गिराने से पहले हवा में मीलों तक उड़ सकते हैं। हालांकि, गिरने पर यह 25 से 30 मीटर के दायरे में भारी तबाही मचाते हैं।