
नईदिल्ली, १8 सितम्बर । नई दिल्लीकेंद्र सरकार द्वारा बुलाए गए संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र का आज से आगाज होगा। इस सत्र में सरकार चार बिल पेश करेगी, जिसको लेकर संसदीय बुलेटिन में जानकारी दी गई थी। हालांकि, विपक्ष एक बार फिर इस पर हंगामा कर सकता है। विपक्षी पार्टियों ने इस विशेष सत्र में 9 मुद्दों पर सरकार को घेरने का एजेंडा बनाया है। विपक्षी गठबंधन ढ्ढ.हृ.ष्ठ.ढ्ढ.्र के नेताओं ने बीते दिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर मीटिंग कर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की है। इसको लेकर सोनिया गांधी ने भी पीएम मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें 9 मुद्दे उठाए गए हैं। सोनिया द्वारा लिखी गई चि_ी में महंगाई, किसानों को एमएसपी, अदाणी, मणिपुर, हरियाणा हिंसा, जातीय जनगणना, केंद्र और राज्यों में टकराव, चीन सीमा और बाढ़ से राज्यों को हुए नुकसान जैसे मुद्दों को उठाया गया है। आज पहले दिन की कार्यवाही पुराने संसद भवन में होगी। अगले दिन से नए संसद भवन में कार्यवाही होगी। संसद के विशेष सत्र की शुरुआत हो गई है। दोनों सदनों की कार्यवाही भी शुरू हो गई है। पीएम मोदी ने विशेष सत्र से पहले विपक्ष पर वार किया है। पीएम ने कहा कि ये भारत को विकसित बनाने की का समय है, ये रोने धोने का समय नहीं है। पीएम ने कहा कि अब हम भारत को विकसित बनाकर ही रहेंगे। पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस विशेष सत्र में कई ऐतिहासिक फैसले होने वाले है, जिससे भारत तरक्की के नए आयाम तय करेगा। विशेष सत्र से पहले पीएम मोदी ने पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। पीएम ने इस दौरान जी20 और चंद्रयान-3 का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि जी20 को लेकर भारत इस बात पर हमेशा गर्व करेगा कि वो ग्लोबल यूनिटी को लेकर चला। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में विशेष सत्र के एजेंडे को फिर से साफ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही अपने एजेंडे की घोषणा कर दी थी और आज 75 वर्षों की यात्रा पर चर्चा होगी क्योंकि पीएम मोदी ने 2047 से पहले भारत को एक विकसित देश बनाने की शपथ ली है। संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि आज संसद की 75 साल की यात्रा पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि आज पूरे दिन इस पर चर्चा होगी और ये चर्चा पुराने संसद में आखिरी चर्चा भी होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज संसद के विशेष सत्र को सुबह 11 बजे संबोधित करेंगे। इस सत्र में सरकार 4 बिल पेश करने वाली है। संसद के विशेष सत्र के पहले दिन ही विपक्ष द्वारा हंगामा किए जाने की संभावना है। आज इंडिया नाम को लेकर विवाद हो सकता है। जी20 में इंडिया की जगह भारत के नाम के इस्तेमाल पर भी संसद में हंगामा हो सकता है। कई ऐसे मुद्दे हैं जिसे केंद्र की मोदी सरकार संसद के इस विशेष सत्र में उठा सकती है। ऐसा ही मुद्दा महिला आरक्षण है, जिसपर सरकार बड़ा कदम उठा सकती है। विपक्ष भी इसको लेकर बिल लाने की मांग कर सकता है। केंद्र सरकार विशेष सत्र में मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, शर्तें और पद अवधि) बिल, 2023, प्रेस एवं रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियॉडिकल्स बिल 2023, एडवोकेट्स अमेंडमेंट बिल 2023, पोस्ट ऑफिस बिल 2023 पेश करेगी।