सरकारी अस्पताल के सामने किया था चक्का जाम
कोरबा। सिविल लाइन पुलिस ने चक्का जाम के मामले में 14 नामजड़ और अन्य लोगों पर भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के अंतर्गत अपराध दर्ज किया है। इनमें अधिकांश ग्रामीण है।
स्वास्थ्य विभाग में आयुष्मान योजना के अंतर्गत ऑपरेटर का काम करने वाले काशीराम पटेल की मौत को लेकर इन लोगों ने पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव रखकर जिला अस्पताल के सामने चक्का जाम किया था। इस वजह से काफी समय तक मार्ग बाधित रहा और लोगों को परेशानी हुई। किसी तरह मामले को हल किया गया और रास्ते को सामान्य किया जा सका। कोरबा की सिविल लाइन पुलिस ने इस प्रकरण में स्वप्निल झा, देवेंद्र पटेल, गजानंद पटेल, इंद्रपाल कंवर, अनिल पटेल, राम शंकर पटेल, जैनेंद्र कुर्रे, गौतम केवट, राकेश पटेल, रेशम पटेल, उदय प्रताप सिंह, चिराग पटेल और अनिल पटेल के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया है। रात्रि 9.30 बजे पुलिस ने इस मामले को दर्ज करने के साथ इसे विभाग की पोर्टल में अपलोड किया। याद रहे मंगलवार की शाम अपना कामकाज निपटने के बाद काशीराम पटेल कोरबा से अपने गांव पंडरीपानी लौट रहा था, तब उसे अस्पताल के पास सार्वजनिक उचित मूल्य की दुकानों में राशन की सप्लाई करने वाली अनुबंध गाड़ी ने ठोक दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई और मृतक के परिवार को 10 लख रुपए का मुआवजा व उसकी पत्नी को अनुकंपा नियुक्ति देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।