विदिशा। शहर के नंदवाना क्षेत्र में एक सराफा कारोबारी के यहां प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) की टीम ने छापा मारा। करीब 24 घंटे की तफ्तीश के बाद यह टीम को रवाना हो गई। इस छापे के तार मुंबई और कोलकाता में हीरे के कारोबारियों से जुड़े होना बताया गया है। सूत्रों के अनुसार एक दिन पहले दिन शाम को ईडी की टीम छह गाड़ियों में सवार होकर नंदवाना स्थित सौरभ जौहरी के घर पहुंची थी। सौरभ शहर के प्रतिष्ठित सराफा व्यापारी केजी जौहरी के सुपुत्र है। केजी के निधन के बाद उनका स्थानीय कारोबार उनके बेटे गौरव संभालते है, वही दूसरा बेटा सौरभ मुंबई में अपनी बुआ के पास रहता है। बुआ का परिवार हीरे के कारोबार से जुड़ा हुआ है। अब बुआ परिवार सहित विदेश में बस गई हैं। उनका कारोबार सौरभ ही संभालता है। व्यापारिक क्षेत्र के लोगों ने बताया कि सौरभ की मौसी कोलकाता में रहती है और उनका कारोबार भी हीरे का है, जो एक्सपोर्ट और इम्पोर्ट भी करते है। सूत्रों का कहना है कि ईडी के छापे की वजह इन्हीं दो शहरों से जुड़े हीरे के कारोबार को बताया जा रहा है।
पांच साल में तीन बार पड़ा ईडी का छापा
सूत्रों के मुताबिक सौरभ पिछले कुछ वर्षों से मुंबई में ही रहता था। उसका विदिशा में अपने परिवार से बहुत कम संपर्क था। अगले माह उसकी शादी भी एक हीरा कारोबारी की बेटी से होने वाली है। सूत्रों के मुताबिक ईडी को भनक थी कि विदिशा में सौरभ मिलेगा, लेकिन वह नहीं मिला। इसके पहले भी उसके यहां पांच साल में तीन बार ईडी और जीएसटी का छापा पड़ना बताया गया है।