जेनिन। इजरायली सेना ने सोमवार को ड्रोन हमलों के साथ जेनिन शहर पर हमला किया, जिसमें कम से कम आठ फिलिस्तीनी मारे जाने की खबर है. ये वेस्ट बैंक में इजरायली सेना का 20 वर्षों में सबसे बड़े ऑपरेशनों में से एक है. इलाके में पूरे दिन गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं. यहां इजरायली सैनिकों और जेनिन ब्रिगेड के लड़ाकों के बीच झड़पें जारी रहीं. जेनिन ब्रिगेड शहर के भीड़ भरे शरणार्थी शिविर में स्थित आतंकवादी समूहों से बनी एक इकाई है.
विदेशी न्यूज एजेंसी के मुताबिक फिलिस्तीनी एम्बुलेंस चालक खालिद अलहमद ने बताया, “शरणार्थी शिविर में जो चल रहा है वह वास्तविक युद्ध है. आसमान से शिविर को निशाना बनाकर हमले किए जा रहे थे. हर बार जब हम अंदर जाते तो लगभग पांच से सात एम्बुलेंस आतीं और वह घायलों से भर जातीं.”
बता दें कि सुबह के समय कम से कम छह ड्रोन शहर और आसपास के शिविर के ऊपर चक्कर लगाते देखे गए थे. यहां आधे वर्ग किलोमीटर से भी कम क्षेत्र में लगभग 14,000 शरणार्थी रहते हैं. यह शिविर पूरे वेस्ट बैंक में बढ़ती हिंसा के केंद्र में रहा है, जिसने वाशिंगटन से लेकर अरब दुनिया तक चिंता बढ़ा दी है. इसी के चलते अब तक लगभग एक दशक से रुकी हुई राजनीतिक वार्ता को फिर से शुरू करने का रास्ता नहीं साफ हो सका है. गौरतलब है कि एक वर्ष से अधिक समय से जेनिन जैसे शहरों में सेना की छापेमारी बढ़ गई है, जबकि फिलिस्तीनियों द्वारा इजरायलियों के खिलाफ घातक हमले किए जा रहे हैं. वेस्ट बैंक इजरायल के कब्जे में है और यहां बड़ी संख्या में फिलिस्तानी शरणार्थी रहते हैं.
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है कि जेनिन में कम से कम आठ लोग मारे गए हैं और 50 से अधिक घायल हुए हैं. वहीं इजरायली सेना ने कहा कि उसके बलों ने छोटे पेलोड का उपयोग करके “सटीक” ड्रोन हमलों के साथ एक इमारत पर हमला किया, जिसमें जेनिन ब्रिगेड के लड़ाकों के लिए एक कमांड सेंटर बनाया गया था.