नईदिल्ली, 2९ दिसंम्बर।
वाराणसी। ट्रैंकरों के पेट्रोल पंप पहुंचने से पूर्व ही उसमें भरे डीजल-पेट्रोल अलग-अलग स्थानों पर उतारे जानने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। गिरोह बनाकर इस कार्य को अंजाम देने की सूचना किसी ने एडीजी पीयूष मोर्डिया को दी तो वह लोहता क्षेत्र में धमक पड़े। वहां ड्रम में कुछ पेट्रोलियम पदार्थ बरामद हुआ। पुलिस की सूचना पर क्षेत्रीय आपूर्ति निरीक्षक पहुंचे, तो उन्हें कार्रवाई का निर्देश दिया गया। इसके बाद पुलिस अभियान चलाई तो गणेश गुप्ता नामक एक व्यक्ति पकड़ा भी गया, जिसने स्वीकारा कि 85 रुपये डीजल खरीदकर 90 रुपये लीटर बेचता हूं।
एडीजी के ऑपरेशन के लिए निकल आने का असर रहा कि पुलिस ने देर रात तक छापेमारी की, लेकिन ज्यादा कुछ हासिल नहीं हुआ। एडीजी शाम में पांच बजे अचानक लोहता साइट में निकल पड़े। एडीजी के साथ उनकी टीम भी पीछे-पीछे चल रही थी। यह जरूर था कि किसी को पता नहीं था कि आखिर जाना कहां है। एडीजी की गाड़ी लोहता क्षेत्र के गोकुल ढाबा के निकट रुकी। पता चला कि वहां तेल टैंकरों के चालक डीजल और पेट्रोल बेचते हैं।