
महाकुंभ नगर, १३ जनवरी ।
प्रयागराज के पावन संगम तट पर महाकुंभ 2025 का प्रथम स्नान पर्व पौष पूर्णिमा सोमवार सूर्य की किरणें फूटने से पहले ब्रम्ह मुहूर्त में शुरू हो गया। सुबह 9.30 बजे तक 60 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। आधी रात से ही श्रद्धालु मेला क्षेत्र में विभिन्न रास्तों से प्रवेश करने लगे और संगम पर भीड़ बढऩे लगी थी। हर-हर गंगे और जय गंगा मैया के घोष के बीच स्नान शुरू हुआ तो सुबह का उजाला होते होते संगम नोज स्नानार्थियों से पट गया। संगम क्षेत्र में सोमवार से ही माह भर का कल्पवास भी प्रारंभ हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर पोस्ट कर पौष पूर्णिमा की बधाई दी।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, विश्व के विशालतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम महाकुम्भ का आज से तीर्थराज प्रयागराज में शुभारंभ हो रहा है। अनेकता में एकता की अनुभूति के लिए, आस्था एवं आधुनिकता के संगम में साधना एवं पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य सन्तों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत है। माँ गंगा आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें। महाकुंभ प्रयागराज के शुभारंभ एवं प्रथम स्नान की मंगलमय शुभकामनाएं। सनातन गर्व-महाकुम्भ पर्व। स्थानीय और दूर दराज के जिलों से आये लोगों ने पुण्य की डुबकी लगाई।
इस बीच पुलिस और सिविल डिफेंस के वॉलंटियर सीटियां बजाते लोगों को नियंत्रित करते रहे। स्नान के दौरान किसी को परेशानी न हो इसलिये टोलियों में फैल कर घाट पर भीड़ का संतुलन बनाये रहे। घाट पर लगे लाउडस्पीकर और हैंड लाऊडर से भी भीड़ को नियंत्रित करने का क्रम चलता रहा। संगम समेत अन्य स्नान घाटों पर सुबह सात बजे तक भीड़ बढ़ गई। तब तक करीब चार लाख लोगों के स्नान कर लेने का अनुमान प्रशासनिक स्तर पर लगाया गया। हालांकि, कोहरे से आज राहत रही, शीतलहर भी कम ही चली। इस बीच आसमान साफ रहा। संगम पर पौष पूर्णिमा के स्नान और महाकुंभ की गम्भीरता को देखते हुए तमाम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी निगरानी करते रहे।प्रयागराज। पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर लाखों लोगों ने त्रिवेणी तट पर डुबकी लगाई। हर-हर गंगे के स्वर से संगम का विहंगम तट गुंजायमान हो उठा। इसी के साथ बहुप्रतीक्षित महाकुंभ का शुभारंभ भी हो गया । यूं तो सोमवार भोर 4.32 से स्नान का शुभ मुहूर्त था, लेकिन देश-देशांतर से आए श्रद्धालु आधी रात से ही स्नान करने लगे थे और यह कम जारी है। अब तक लाखों लोग स्नान कर चुके हैं और सारे घाट श्रद्धालुओं से भरे हुए हैं। महाकुंभ से देश की एक प्रतिशत जीडीपी के बढऩे की उम्मीद है। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि लगभग चार लाख करोड़ रुपये का कारोबार होगा। कल सुबह से ही प्रयागराज की सडक़ों पर वाहनों व पैदल यात्रियों का रेला दिखने लगा। दोपहर में बारिश होने से लोग इधर-उधर छांव तलाशते ठिठके जरूर लेकिन बूंदाबांदी थमते ही फिर सडक़ों पर दिखे।बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं तडक़े से ही संगम स्नान के लिए पहुंचने लगे। आस्था का ऐसा आलम था कि सिर पर गठरी का वजन भी उनके उत्साह को कम नहीं कर सका। संगम नोज, एरावत घाट और वीआईपी घाट समेत समस्त घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालु स्नान करते नजर आए। युवाओं ने इस पावन क्षण को कैमरे में कैद किया और सोशल मीडिया पर साझा किया। इस बार युवाओं में सनातन संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति खासा उत्साह देखने को मिला। संगम स्नान और दान-पुण्य में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।
स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम तट पर पूजा-अर्चना और दान कर पुण्य लाभ अर्जित किया।