
जांजगीर। ग्राम पंचायत अफरीद में बोर खनन में अनियमितता सामने आ चुकी है। प्रति बोर 30 हजार खर्च कर शासन के खजाने से लगभग एक लाख 25 हजार रुपए का आहरण किया गया है। बोर की खोदाई कम करवाने के बाद अधिक बताकर राशि निकालने की पुष्टि अधिकारियों की जांच में हो चुकी है। जांच को सप्ताह भर से अधिक हो गया, लेकिन अधिकारियों ने अभी तक अपनी रिपोर्ट एसडीएम को नहीं दी है।
पंचायत के पंचों ने अधिकारियों पर सरपंच को बचाने व अनियमितता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। बम्हनीडीह की ग्राम पंचायत अफरीद के पंचों ने सरपंच द्वारा सीसी रोड और बोर खनन में लाखों रुपए की अनियमितता की शिकायत कलेक्टर सहित संबंधित विभागों से की थी। इस पर जनपद सीईओ ने जांच दल गठित कर भौतिक सत्यापन के लिए पंचायत भेजा था।
जांच के प्रथम चरण में बोर खनन की गहराई को मापा गया। इसमें अनियमितता अधिकारियों को मिली। किसी भी बोर की गहराई 55 फीट से अधिक नहीं थी। वहीं, दूसरी ओर सीसी रोड की जांच करने को जब पंचों ने कहा तो जांच टीम द्वारा बाकी की जांच कल होगी, कहते हुए टाल दिया गया। उप सरपंच जय पांडेय का कहना है कि अधिकारियों की कार्यशैली संदिग्ध है। इसके कारण जांच को टालने का प्रयास किया जा रहा है।