कोरबा। कोरबा जिले के पाली क्षेत्र में संचालित एसईसीएल की सरायपाली बुड़बुड़ परियोजना खदान में ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के समर्थन से ग्राम पंचायत बुड़बुड़ ग्रामवासियों ने अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर दिया गया है। यहां सुबह 6 बजे से भूविस्थापित खदान में एकत्र हुए और कामकाज को प्रभावित करते हुए उत्पादन ठप्प कर दिया है। भूविस्थापित लोगों की मांग है कि पुनर्वास नीति का उन्हें लाभ दिया जाए। पुनर्वास के बदले दी जाने वाली राशि के संबंध में इसे अपर्याप्त बताते हुए दूसरी परियोजनाओं की तरह 15 लाख रुपए प्रत्येक विस्थापित को दिए जाने की मांग की जा रही है। यदि 15 लाख रुपए नहीं दिया जा रहा है तो इन्हें जो 13 किलोमीटर दूर लाफा में बसाया जाना है उसे पाली के नजदीक 3 किलोमीटर के दायरे में बसाहट प्रदान किया जाना चाहिए।
खदान में सुबह 6 बजे से जारी गतिरोध को दूर करने के लिए महाप्रबंधक, उप महाप्रबंधक एवं अन्य अधिकारियों के साथ-साथ तहसीलदार, नायब तहसीलदार व पुलिस के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। उनके द्वारा दो दौर की वार्ता ऊर्जाधानी संगठन सपुरन कुलदीप व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारी ग्रामवासियों के साथ की जा चुकी है किंतु दोनों ही दौर में वार्ता असफल रही है भूविस्थापितों ने कहा है कि उनकी मांग पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिए जाने के कारण आंदोलन जारी रहेगा।
बता दें कि ग्राम बुडबुड़ (सराईपाली परियोजना) में एस.ई.सी.एल. द्वारा भूमि अधिग्रहण किया जा चुका है जिसमें बसाहट एवं पुनर्वास दिया जाना है। चूंकि कोरबा जिला के अन्य खदानों में पुर्नवास के बदले दी जाने वाली राशि बढ़ाकर 10 लाख रूपये तक किया गया है किन्तु ग्राम बुडबुड में यही राशि 3 लाख रूपये है जो सौतेला व्यवहार है एवं न्याय संगत नहीं है।
इस विषय पर अनेकों बार पत्र व्यवहार किया गया है किन्तु आश्वासन ही दिया गया है। चूंकि प्रबन्धन के द्वारा ही आश्वासन दिया गया था कि जो व्यक्ति 2014 में 18 वर्ष पूर्ण करता है उसे भी पुर्नवास हेतु पात्र माना जाएगा किन्तु यह भी केवल झूठा आश्वासन निकला जिसके कारण समस्त ग्रामवासी आक्रोशित हैं एवं अनिश्चितकालीन खदानबंदी हेतु मजबूर हैं। इस कड़ी में 20 दिसम्बर से सराईपाली परियोजना में ब्लास्टिंग, उत्खनन, उत्पादन व डिस्पेच अनिश्चितकालीन पूर्ण रूप से बंद शुरू कर दिया गया है।