कोरबा। ग्राम आमगांव के दर्राखांचा में मकान की सर्वे नापी के लिए एसईसीएल गेवरा क्षेत्र व राजस्व विभाग हरदीबाजार से पहुंचे अधिकारी-कर्मचारियों को ग्रामीणों ने बैरंग लौटा दिया। ग्राम पंचायत सरपंच सहित पंचों व ग्रामवासियों ने उन्हें मकान की सर्वे नापी नहीं करने दिया। उनका कहना था कि जब तक गांव में ग्राम सभा बैठक नहीं होगी और पूर्ण जानकारी एसईसीएल व रजस्व विभाग की ओर से नहीं दी जाएगी, तब तक नापी नहीं होगी। ग्राम सभा में किस रेट में नापी की जाएगी एवं पिछले कई वर्षों से आमगांव के भू-विस्थापितों का बसाहट में मुक्तिधाम, तालाब जैसे जरुरी चीजे अभी तक नहीं बन पाई है, उन सभी चीजों को जल्द व्यवस्थित करें, तभी ग्रामवासी नापी के लिए तैयार हैं। जब तक बैठक नहीं होती तब तक नापी नहीं होगी।सरपंच व पंचों का कहना है कि बारिश का समय है। बारिश के बाद गांव के पंचायत में बैठक कर निर्णय लिया जाएगा और ग्रामवासियों की जो जायज मांग है उसको यदि एसईसीएल पूर्ण करता है तो ठीक अन्यथा नापी का विरोध किया जाएगा। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए एसईसीएल गेवरा से आए अधिकारी, कर्मचारी व राजस्व विभाग के पटवारी बिना सर्वे नापी किए वापस लौट गए। इस संबंध में आमगांव की सरपंच बृजकुंवर कंवर का कहना है कि गांव में मकान की सर्वे नापी के लिए टीम आई थी। नापी के लिए मुझे किसी प्रकार की एसईसीएल से कोई सूचना या जानकारी नहीं दी गई है और जिस कारण हम ग्राम पंचायत में सर्वे नापी के संबंध में किसी प्रकार की चर्चा नहीं किए हैं। हम चाहते हैं कि एसईसीएल व ग्राम पंचायतों के बीच बैठक हो और किस रेट में सर्वे नापी की जाएगी, बसाहट का बचत कार्य को जल्दी पूर्ण करें, चर्चा को लिखित में दें। इसके बाद ग्रामवासी सहमति देंगे कि अपने मकान का सर्वे नापी कराएंगे, लेकिन जो मांग है उसको जल्द पूर्ण करें।