
सहारनपुर। दहेज लोभियों को संदेश देते हुए एमबीए पास युवक ने दहेज के 51 लाख रुपये ठुकराते हुए सिर्फ एक रुपये में शादी की रस्म पूरी की। उसने ससुराल पक्ष से कहा कि सबसे बड़ा धन बेटी का ही है जो अपना घर छोड़कर अगले घर की बहू बनती है। राजपूत समाज में हुई इस शादी ने समाज के लिए एक अनूठा उदाहरण पेश किया है।
महावीर पुंडीर के पौत्र अभय प्रताप हरियाणा के करनाल बरात लेकर पहुंचे थे। जहां उनका विवाह अशोक राणा की पुत्री गौरा राणा के साथ धूमधाम से संपन्न हुआ। हिंदू रीति रिवाज से विवाह संपन्न हुईं। विवाह में टीके में दुल्हन पक्ष की ओर से 51 लाख रुपये दिए गए। जिसे दूल्हे अभय प्रताप तथा उनके स्वजन ने दहेज को एक सामाजिक बुराई बताते हुए बड़ी ही विनम्रता के साथ दुल्हन पक्ष को वापस लौटा दिया। साथ ही दहेज में मात्र नारियल और एक रुपया लेकर समाज के समक्ष एक अनूठी मिसाल पेश की। दूल्हे अभय प्रताप ने बिना दहेज की शादी कर स्वजन सहित गांव का नाम रोशन करने का कार्य किया है वहीं दहेज लोभियों को एक पाठ पढ़ाने का भी काम किया है। दूल्हे अभय प्रताप का कहना है कि समाज में फैली इस कुरीति को दूर करने के लिए युवाओं को स्वयं ही आगे आना होगा। सादगी से संपन्न हुए इस विवाह समारोह में नवदंपती को आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे अतिथियों ने दूल्हे की भूरी-भूरी प्रशंसा की। दूल्हे के इस फैसले की क्षेत्र में जमकर तारीफ हो रही है।