जांजगीर-चांपा। जनपद पंचायत बलौदा के अंतर्गत ग्राम पंचायत कण्डरा में सांसद निधि से हो रहे सीसी रोड निर्माण में भारी अनियमितता सामने आई है। निर्माण कार्य में मानकों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि सडक़ निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, जिससे सडक़ की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।
ग्रामवासियों ने बताया कि सडक़ निर्माण में सीमेंट की मात्रा कम डाली जा रही है और मिश्रण में मिट्टी युक्त रेत का उपयोग हो रहा है। इसके अलावा, सडक़ निर्माण में वायब्रेशन मशीन का उपयोग नहीं किया गया, जिससे मसाले का उचित तरीके से जमाव नहीं हो पा रहा है। सडक़ बनाने से पहले गड्ढों को भरा नहीं गया और न ही रोलर चलाया गया, जिससे सडक़ कमजोर हो रही है। तराई की उचित व्यवस्था नहीं होने से भी निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।ग्राम पंचायत कण्डरा के सरपंच मदन मोहन कश्यप ने बताया कि सांसद निधि से प्राप्त 10 लाख रुपए की लागत से 240 मीटर लंबी सीसी रोड का निर्माण किया जा रहा है। यह सडक़ चुआनार महादेव से मेन रोड तक बनाई जानी है। अभी तक 175 मीटर सडक़ का निर्माण हो चुका है। सरपंच ने दावा किया कि सडक़ की मोटाई आठ इंच रखी गई है, लेकिन मौके पर मापदंडों का पालन नहीं किया गया है। सडक़ की मोटाई बेहद कम है, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है।ग्रामवासियों का कहना है कि पंचायत चुनाव पूर्व सरपंच स्वीकृत निर्माण कार्यों को जल्द से जल्द निपटाना चाहता है चाहे निर्माण कार्य जैसा भी हो। सरपंच और सचिव की मिलीभगत से यह अनियमितताएं हो रही हैं। सांसद निधि से प्राप्त राशि का सही उपयोग नहीं हो रहा है, जिससे शासन की योजनाओं पर भी सवाल उठ रहे हैं।
पंचायत भवन जर्जर सामुदायिक भवन में होती है बैठक
ग्राम पंचायत का मूल भवन जर्जर हो चुका है और मरम्मत की अनदेखी के कारण इसका उपयोग संभव नहीं है। ऐसे में सरपंच द्वारा अपने घर के समीप स्थित सामुदायिक भवन को कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। पिछले पांच वर्षों में पंचायत भवन की मरम्मत या पुनर्निर्माण पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिससे ग्रामवासियों में असंतोष व्याप्त है। पंचायत भवन की अनदेखी ग्रामीण विकास और प्रशासन में लापरवाही को दर्शाती है।