
जांजगीर चांपा। ओबीसी सर्वे को लेकर सीईओ द्वारा शिक्षक, सचिव एवं रोजगार सहायकों की बैठक बुलाई गई थी। वहीं बीएलओ शिक्षकों ने सीईओ पर दुव्र्यवहार करने का आरोप लगाते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया। ज्ञात हो कि बुधवार 11 सितंबर को दोपहर 3 जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के द्वारा ओबीसी सर्वे को लेकर बीएलओ का कार्य कर रहे शिक्षकों, ग्राम पंचायत सचिवों एवं रोजगार सहायकों की संयुक्त बैठक जनपद पंचायत कार्यालय के सभा कक्ष में बुलाई गई थी। बैठक को संबोधित करते हुए जनपद पंचायत सीईओ द्वारा ओबीसी सर्वे का कार्य 10 दिनों के अंदर समाप्त करने की बात कही गई जिस पर बीएलओ का कार्य कर रहे शिक्षकों के द्वारा बताया गया कि निर्वाचन विभाग के द्वारा पहले से ही समस्त बीएलओ को होम टू होम सर्वे का कार्य एवं डीएससी का कार्य दिया गया है। जिसमें सभी बीएलओ कार्य कर रहे हैं। इस दौरान 10 दिनों की समय अवधि में ओबीसी सर्वे कार्य करना काफी मुश्किल होगा। इस दौरान शिक्षकों ने यह भी कहा कि सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के दौरान भी शिक्षकों और ग्राम पंचायत सचिवों को संयुक्त रूप से कार्य करना था लेकिन सचिवों के द्वारा सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के दौरान सहयोग प्रदान नहीं किए जाने के चलते सारा कार्य शिक्षकों को करना पड़ा था। यह सुनते
ही जनपद पंचायत सीईओ शिक्षकों के ऊपर भडक़ गए। इस बात को लेकर बीएलओ शिक्षकों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। शिक्षकों ने जनपद पंचायत सीईओ के द्वारा किए गए अपमान की जानकारी तहसीलदार प्रियंका बंजारा को दी गई एवं उनके द्वारा जनपद पंचायत कार्यालय के बाहर तानाशाही नहीं चलेगी एवं दुव्र्यवहार नहीं सहेंगे के नारे लगाए गए। बी एल ओ का कार्य कर रहे शिक्षकों की ओर से कृष्ण कुमार यादव एवं रमाकांत ने बताया कि बैठक के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी के द्वारा किया गया व्यवहार आपत्तिजनक है। इस संबंध में एसडीएम से संपर्क किया गया लेकिन वे बाहर हैं। एसडीएम एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंप कर बैठक के दौरान शिक्षकों से मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा किए गए दुव्र्यवहार के संबंध में अवगत कराकर उनसे मार्गदर्शन लिया जाएगा। जनपद पंचायत कार्यालय के सभा कक्ष कक्ष में आयोजित बी एल ओ, पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायकों की संयुक्त बैठक के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं शिक्षकों के बीच हुई बहस के बाद ग्राम पंचायत सचिव संघ एवं रोजगार सहायक संघ के द्वारा तहसीलदार प्रियंका बंजारा को ज्ञापन सौंप कर शिक्षकों द्वारा पंचायत सचिवों पर सहयोग नहीं करने के आरोप को उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने वाला बताया एवं शासन के समस्त कार्यों में पूरे निष्ठा से कार्य करने की बात कही।इस संबंध में सीईओ हिमांशु गुप्ता का कहना है कि ओबीसी सर्वे को लेकर बीएलओ, रोजगार सहायक एवं पंचायत सचिवों की बैठक बुलाई गई थी। बीएलओ द्वारा दुव्र्यवहार करने का आरोप लगाना पूरी तरह से गलत है।