नई दिल्ली/सुप्रीम कोर्ट आज जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के फैसले को चुनौती देने वाली 20 से ज्यादा याचिकाओं की सुनवाई करेगा। 3 जुलाई को समर वेकेशन के बाद कोर्ट खुलते ही एक प्रेस रिलीज जारी कर यह जानकारी दी गई थी।
याचिकाओं पर सुनवाई CJI डीवाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली 5 जजों की बेंच करेगी। जिसमें जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस सूर्यकांत भी होंगे।
केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया था। अक्टूबर 2020 से संविधान पीठ ही इस मामले की सुनवाई कर रही है।सुनवाई की तारीख सामने आते ही जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि मुझे उम्मीद है कि अब जम्मू-कश्मीर के लोगों को न्याय मिलेगा।

महबूबा मुफ्ती बोलीं- सुनवाई करने के कोर्ट के फैसले का स्वागत करती हूं
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और PDP चीफ महबूबा मुफ्ती ने कोर्ट के इस फैसले का मैं स्वागत किया है। उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को न्याय मिलेगा। आर्टिकल 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से यह साफ हुआ था कि इसे सिर्फ जम्मू-कश्मीर की विधानसभा की सिफारिश पर ही रद्द किया जा सकता है।’

उमर अब्दुल्ला ने कहा था- उम्मीद है कि अधिकार वापस मिलेंगे
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा था- उम्मीद जगी है कि 5 अगस्त 2019 को हमसे छीने गए अधिकार वापस मिलेंगे। हम पहले दिन से कह रहे हैं कि जो कुछ भी हमसे छीना गया है, हमें कोई उम्मीद नहीं है कि मौजूदा सरकार उसे बहाल करेगी। हम कानूनी प्रक्रिया के जरिए अपना अधिकार वापस चाहते हैं।

पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में जल्द चुनाव की याचिका खारिज की थी
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में बिना किसी देरी के विधानसभा चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग को निर्देश देने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई खारिज कर दी। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि अनुच्छेद 370 से जुड़ा मामला 11 जुलाई को लिस्टेड है और इसके बाद ही चुनाव को लेकर सुनवाई करेंगे।