कोरबा। प्रथम पुज्य भगवान गणेश का उत्सव आज से शुरू हो गया। सुबह से प्रतिमाओं की स्थापना का क्रम शुरू हुआ जो रात तक चलेगा। शहर से लेकर कस्बों और वनांचल में उत्सव के लिए विशेष तैयारी की गई है। वहीं इस दौरान अनावश्यक शोर-शराबा और सडक़ पर पंडाल लगाने को लेकर पुलिस ने कार्रवाई करने की बात कही है।
चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक विघ्न विनाशक का यह उत्सव मनाया जाएगा। कई स्थान पर इस तिथि से पहले भी प्रतिमाओं का विसर्जन करने की योजना भी आयोजकों ने बनाई है। ऐसे मामलों में सामथ्र्य की अपनी भूमिका होती है। जबकि सभी बड़े पंडालों में पूरे 10 दिनों तक भगवान गणेश की पूजा अर्चना के साथ हवन पूजन संपन्न होगी। इस बार उत्सव के आयोजन की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। शहर और उपनगरीय क्षेत्रों में सैकड़ों स्थानों पर बड़े बजट के आयोजन समितियों ने किए हैं जबकि घर और संस्थान में स्थापित हो रही गणेश प्रतिमाओं की संख्या हजारों में हैं। अकेले कोरबा शहर में 5 हजार से ज्यादा प्रतिमाएं तैयार हुई हैं। उपनगरीय क्षेत्र और कस्बों का आंकड़ा इससे अलग है। चतुर्थी को सुबह से शास्त्रोक्त विधि विधान के साथ एक दंत की स्थापना कराई गई और फिर उनकी पूजा अर्चना की गई। बताया गया कि इस मौके पर स्थापना का क्रम आज दिन भी चलेगा। संभावना जताई गई कि रात्रि 8.30 तक यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। गणेशोत्सव को लेकर पहले ही पुलिस के द्वारा उत्सव के आयोजकों के साथ बैठक संपन्न की जा चुकी है और उन्हें सभी जरूरी बिंदुओं की जानकारी दी गई है। सभी को कहा गया है कि उन्हें हर हाल में नियम पालन करना ही होगा। किसी भी स्थान पर अधिक डेसिबल में गीत-संगीत का उपयोग होने पर एक्शन होगा। आयोजन स्थल पर होने वाले कार्यक्रम से लेकर विसर्जन के दौरान भी ऐसे नियम बनाए गए हैं। सडक़ों पर अवरोध उत्पन्न होने की स्थिति में डीजे संचालक व समितियों पर एक्शन होगा।