कोरबा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शारदा विहार स्थित राजगुरु प्रभात शाखा के तीन वर्ष पूरे होने पर स्थापना दिवस मनाया गया। सोमवार को प्रात: 6:30 बजे यह कार्यक्रम रखा गया। पूर्व पार्षद डॉक्टर गोपाल कुर्रे मुख्य अतिथि , ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद तिवारी विशिष्ट अतिथि और जिला कार्यवाहक कैलाश नाहक मुख्य वक्ता थे।
भारत माता और संघ के संस्थापक की तस्वीर की पूजा अर्चना एवं दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ किया गया। एकल गीत, सुभाषित, अमृत वचन के साथ स्वयंसेवकों ने विभिन्न शारीरिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। डॉ गोपाल इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की की वर्तमान में देश के समक्ष जो स्थितियां बनी हुई है उसके परिपेक्ष में हिंदुओं को संगठित होने की आवश्यकता है और इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काफी अच्छी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि अनुशासन और समाज सेवा के साथ-साथ राष्ट्र के हित में अच्छे कार्यों की जरूरत है और उनकी पूर्ति के लिए कोई एक संगठन बहुत अच्छा काम कर रहा है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कैलाश नाहक ने अपनी बात रखते हुए कई पक्ष को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि हिंदू जीवन पद्धति, संस्कृति और परंपरा से जुड़ी हुई विशेषताएं वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने में सफल रही हैं। उन्होंने हिंदू होने के मायने भी बताएं और कहां की इसे लैंड मार्क के रूप में स्थापित किया जाना जरूरी है। स्वाधीनता संग्राम में वीर शहीदों की भूमिका का स्मरण करते हुए मुख्य वक्ता ने कहा कि शहीद राजगुरू ने अपने समक्ष लाला लाजपत राय को अंग्रेजों के द्वारा जिस प्रकार से प्रताडि़त किया गया और उनकी हत्या कर दी गई वह दृश्य बहुत सारे जाबाजों को देश के लिए मर मिटने के लिए तैयार करने का कारण बना। अंग्रेज अधिकारी सांडर्स को निपटाना के साथ जिस तरीके से बदला लिया गया, उसने भी कई चीजों को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि भारत की स्वाधीनता को लेकर गठित हुए साइमन कमीशन का विरोध सबसे पहले लाला लाजपत राय ने किया था। उनकी भूमिका बेहद निर्णायक थी और वे कुछ और समय तक जीवित रहते तो उनका मूल्यांकन सबसे विशिष्ट होता। कार्यक्रम में शहीद भगत सिंह उपनगर के संघ चालक अमृतलाल बत्रा, उपनगर कार्यवाह नागेंद्र प्रताप सिंह सहित गणमान्यजन उपस्थित थे।