जांजगीर-चांपा। स्वास्थ्य विभाग में डॉ. खूबबंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के सालाना इंसेंटिव में पोटाला हुआ है। यहां भीतर जीवन दीप कम्प्यूटर ऑपरेटर समिति के एक और नियमित एक वॉचमैन को जहां इंसेंटिव मिला है तो सर्जन सह जिला अधीक्षक डॉ. अनिल को सात लाख 18 रूपए एवं उनकी वहीं सिविल कुमार जगत ऑफिसर पत्नी डॉ. ममता आठ लाख 59 हजार बतौर इंसेंटिव प्राप्त जबकि, कुछ स्टॉफ नर्स हैं, जिनों इंसेंटिव के महज 26-26 रूपए हैं। सालाना इंसेंटिव होने का खुलासा सूचना के अधिकार अधिनियम के प्रमाणित दस्तावेज से हुआ है। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग के ही एक पेंशनर ने आठ अगस्त 2024 को मुख्य प्रथम अपीलीय अधिकारी यह मुख्य चिकित्स एवं स्वास्थ्य अधिकारी जांजगीर- चांपा के कार्यालय में प्रथम अपील प्रस्तुत कर स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत एक अप्रैल 2021 से 2022 से 31 मार्च 2023 एवं एक अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक चिकित्सा अधिकारियों को प्रदाय की गई इंसेंटिव राशि की विस्तृत जानकारी मांगी थी। मुख्य प्रथम अपीलीय अधिकारी सह मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जांजगीर-चांपा के आदेश पर कार्यालय सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जिला चिकित्सालय जांजगीर के जनसूचना अधिकारी डॉ. मरकाम ने उन्हें छह पत्रों की जो जानकारी उपलब्ध कराई है, उसने स्वास्थ्य विभाग में डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता जमकर तीन वर्ष के मेडिकल अस्पताल हजार 922 मेडिकल सिंह को 161 रूपए हुए हैं। ऐसों भी नाम पर थमाए गए में घोटाला तहत प्रास
योजना के सालाना इंसेंटिव में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोलकर रख दे है। सूबना के अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त प्रमाणित दस्तावेज के अनुसार, उक्क अवधि में जीवन दीप समिति के कम्प्यूटर ऑपरेटर क्रमश: व्ययेन्द्र पाल प्रधान को एक लाख 657 रुपए, धरम देव चौहान को 76 हजार 152 रूपए, राहुल गरेवाल को 15 हजार 778 रूपए की इंसेंटिव राशि प्राप्त हुई है। इसी प्रकार शासकीय मेडिकल ऑफिसरममता सिंह को आठ लाख 59 हजार 1161 रूपए का इंसेंटिव लाभ मिला है। वहीं शासकीय पश्चिमैन बलराम सिंह सिदार को इंसेंटिव में एक लाख 18 हजार 630 रूपए मिले हैं। शासकीय टेक्नीशियन मोतीलाल साहू को दो लाख 94 हजार 14 रूपए, शालिनी खाण्डे को दो लाख 45 हजार 861 रुपए, अल्का रानी को एक लाख 13 हजार 755 रूपए, कमलेश्वरी खूंटे को 20 हजार 839 रूपए, अमित कुमार राठौर को 50 हजार 691 रूपार बतौर इंसेंटिव प्राप्त हुए हैं। इसी प्रकार शासकीय फार्मासिस्ट ग्रेड 2 सुरेश कुमार राठौर को दो लाख 39 हजार 652 रुपए, पार्मासिस्ट सुरेश कुमार चतुर्वेदी को एक लाख 107 रूपए चार्मासिस्ट प्रकाश सिंह कश्यप को दो लाख 91 हजार 541 रूपए रेडियोलाजिस्ट डॉ. आरएस सिदार को दो लाख 71 हजार 21 रुपए, जिला जिला जांजगीर चांपाखनिज न्यास मद से मंगलम को नौ लाख 60 हजार को आठ लाख 33 हन्डर 913 को सात लाख 67 हजार 840 नियुक्त विशेषज्ञ डॉ. आलोक नाम 97 रूपार, डॉ. परनीता रामस्त रूपए, विशेषज्ञ डॉ. खुरानू कच्छप रुपए का इंसेंटिव मिला है।
एनएचम की नर्सों को 26-26 रूपए
एनएचम की स्टॉफनर्स क्रमश: हीरा भार्गव को 26 रूपए, छाया यादव को 20 रूपए, भारती साहू को26 रूपए, नंदिनी कुमारी साहू की 26 रूपए बतौर इंसेंटिव प्राप्त हुए हैं। जबकि मेडिकल ऑफिसर से लेकर चतुर्थ श्रेणी के 30-35 लोगों को इंसेंटिव के नाम पर एक चवन्नी तक नहीं मिली है। इधर, जित्ता अस्पताल के ही कुछ लोगों आरोप है कि केस और उसे देखने बालों को सूची जिम्मेवार अधिकारियों ने अपने मन से तैयार की है। इंसेंटिव के जो हकदार हैं, उन्हें चचित किया गया है।
यह है स्वास्थ्य विभाग से जारी निर्देश
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी निर्देश के अनुमार, जिला चिकित्सालय के लिए प्रोत्साहन राशि का वितरण इस प्रकार है, जिसमें प्रत्यक्ष उपचारकर्ता समूह के अंतर्गत उपचारकर्ता चिकित्सक या सर्जन को देय प्रतिशत 45, सहायक चिकित्सक को 15 प्रतिशत्, ओटी तकनीशियन की 4 प्रतिशत का प्रावधान है। अन्य उपचार समूह, जिसमें क्लीनिकल एवं नर्सिंग स्टाफ चिकित्सक, नर्स, फर्मासिस्ट, लैच टेक्नीशियन को 20 प्रतिशत चतुर्थ वर्ग-सफाई कर्मचारी इत्यादि को प्रतिशत, प्रशासनिक कर्मचारी- हॉस्पिटल कंसलटेंट इत्यादि की 0.5 प्रतिशत, डारा इंट्री ऑपरेटर को 5 प्रतिशत और अस्पताल प्रमुख को 0.5 प्रतिशत राशि देय होगी।
समायोजित कर दी जाएगी अतिरिक्त राशि
डॉ. खूपबंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत सालाना इंसेंटिव के रूप में कुछ अधिकारी एवं कर्मचारियों को अधिक राशि मिल गई है, जिसके संबंध में समस्त स्टॉफ की बैठक लेकर रायशुमारी करने के बाद यह निर्णय लिया गया है कि जिन अधिकारी-कर्मचारियों को अधिक राशि मिली है, उनके अगले वर्ष की इंसेंटिव राति में भुगतान प्रात हो चुकी अतिरिक्त राशि को समायोजित कर दी जाएगी, ताकि किसी को भी कोई शिकायत न रहे। इंसेंटिव में घोटला जैसी कोई बात नहीं है।
-डॉ. अनिल कुमार जगत, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल जांजगीर