प्रतापपुर। जिले के वन मंडलाधिकारी पंकज कमल ने वन परिक्षेत्र प्रतापपुर के सर्वाधिक हाथी प्रभावित वनक्षेत्र धरमपुर व टुकुडांड़ का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद उप वन मंडलाधिकारी आशुतोष भगत, वन परिक्षेत्र अधिकारी उत्तम मिश्रा, हाथी मित्र दल के सदस्य धनेश प्रताप सिंह, रेवत लाल, दशरथ यादव, राजकुमार से हाथियों की गतिविधियों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।
उन्होंने वनक्षेत्र धरमपुर के गणेशपुर व कनकनगर के आसपास आठ हाथियों की मौजूदगी के कारण सुरक्षा की दृष्टि से गणेशपुर-कनकनगर वन मार्ग पर वनकर्मियों द्वारा राहगीरों की आवाजाही रोकने की गई बैरिकेडिंग का भी निरीक्षण किया। साथ ही राहगीरों को भी वैकल्पिक मार्ग से आवाजाही करने की समझाइश दी। इस दौरान जंगल की ओर मवेशियों को लेकर गए चरवाहों को भी जंगल से सुरक्षित बाहर निकाला गया। वनक्षेत्र धरमपुर के दलदली की ओर हाथियों के दल के जाने की संभावना को देखते हुए स्कूल से पढ़ाई कर वन मार्ग दलदली से अपने घरों को लौट रहे छात्रों को भी हाथी मित्र दल ने वन विभाग के वाहन में बैठाकर उनके घर तक पहुंचाया। वन क्षेत्र धरमपुर के बाद वन मंडलाधिकारी पंकज कमल ने वनक्षेत्र टुकुडांड़ के सिलफिली का भी भ्रमण कर हाथियों की गतिविधि की जानकारी ले आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इधर वनक्षेत्र धरमपुर में हाथियों की मौजूदगी के कारण गुरुवार को भी गणेशपुर-कनकनगर मार्ग को बैरिकेडिंग कर बंद रखा गया। वहीं वनक्षेत्र टुकुडांड़ के करसी स्थित छठ घाट में आने वाले छठव्रतियों को भी वनकर्मियों ने हाथियों की मौजूदगी की जानकारी देते हुए सावधान रहने की समझाइश दी। हाथी प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण करने से पूर्व वन मंडलाधिकारी पंकज कमल ने स्थानीय रेस्ट हाउस में वन विभाग प्रतापपुर के अधिकारी, कर्मचारी व हाथी मित्र दल की बैठक भी ली। उन्होंने विभागीय लोगों को हाथी प्रभावित क्षेत्रों की चौबीसों घंटे सतत निगरानी करने, हाथियों से हुए जानमाल के नुकसान की मुआवजा राशि समय सीमा में भुगतान करने, लंबित प्रकरणों का जल्द निराकरण करने, हाथी प्रभावित क्षेत्र के लोगों के साथ हाथियों की लोकेशन की जानकारी को लगातार साझा करने, ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने की समझाइश देने, हाथियों के कारण घटित होने वाली अप्रिय स्थिति से निपटने का भरसक प्रयास करने के निर्देश देने के साथ ही हाथियों से फसलों को हुए नुकसान के आंकड़ों की जानकारी ली।
इधर वन परिक्षेत्र प्रतापपुर के सरहरी जंगल के कक्ष क्रमांक आरएफ 36 में एक मखना (दांत रहित) नर हाथी के भी विचरण करने की जानकारी मिली है। इसकी वन विभाग की टीम व हाथी मित्र दल निगरानी करते हुए ग्रामीणों को मुनादी के माध्यम से लगातार सतर्क कर रहे हैं। सरहरी जंगल मे कुछ लोगों द्वारा हुकिंग कर तरंगित तार बिछाने की खबर पर वन विभाग की टीम एहतियात के तौर पर तरंगित तार का पता लगाने जंगल के भीतर सर्चिंग कर रही है।