
जांजगीर – चांपा । पकरिया झूलन के जंगल के पास तीन दिन पहले ट्रक की ठोकर से कार सवार दूल्हा दुल्हन सहित पांच लोगों की जान चली गई। पांच लोगों की मौत के बाद अब प्रशासन जागा है और अब दुर्घटना रोकने के उपाय किए जाएंगे। इसके लिए मंगलवार को अधिकारियों ने दुर्घटना स्थल का निरीक्षण कर जायजा लिया । जबकि पूर्व में डेढ़ साल पहले भी इसी स्थान पर कार पलटने से तीन बारातियों की मौत हुई थी।
जिले की सडक़ें आए दिन खून से लाल हो रही है। बड़े वाहनों की ठोकर से बाइक और कार सवार लोग असमय काल के गाल में समा रहे हैं। शनिवार को बलौदा के सोनी परिवार से शिवरीनारायण बारात गई थी। सभी लोग दुल्हन की विदाई कराकर रविवार की सुबह कार से वापस बलौदा लौट रहे थे। सुबह करीब 9 बजे पकरिया जंगल में चंडी देवी मंदिर के पास अकलतरा की ओर से आ रहे ट्रक ने कार को ठोकर मार दी। आमने- सामने ट्रक की टक्कर से कार के परखच्चे उड़ गए। दुर्घटना में मौके पर ही दूल्हा दुल्हन सहित पांच लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी नींद से जागे। दोबारा उस स्थान पर इस तरह की दुर्घटना न हो इसे रोकने के लिए मंगलवार को अधिकारियों ने दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया। जिसमें एसडीएम अकलतरा विक्रांत आंचल, एएसपी अनिल सोनी, एसडीओपी प्रदीप सोरी, लोक निर्माण विभाग के एसडीओ डीजी साय, यातायात प्रभारी प्रदीप जोशी और मुलमुला थाना प्रभारी सागर पाठक शामिल थे।
अधिकारियों की टीम ने स्थल निरीक्षण में पाया कि पांच सौ मीटर आगे मोड़ है जिसकी वजह से सामने से आ रहे वाहन नजर नहीं आता है जिसकी वजह से वहां अक्सर दुर्घटनाएं होती है। दुर्घटना रोकने के लिए स्पीड ब्रेकर, गति सीमा नियंत्रण बोर्ड, आसपास के पेड़ों की छटाई, पेड़ों में और सडक़ पर रेडियम पट्टी और सडक़ की चौड़ाई बढाने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा । ज्ञात हो कि डेढ़ साल पूर्व भी अप्रैल 2022 को पकरिया जंगल के इसी स्थान पर बारातियों से भरी एक कार पलट गई थी जिसमें पचपेड़ी मस्तुरी के रहने वाले तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी और तीन लोग घायल हो गए थे। इस दुर्घटना के बाद भी यदि प्रशासन कुछ उपाय कर लेता तो शायद रविवार को उसकी पुनरावृत्ति न हुई होती ।