स्तरहीन होने से खुद गिरी, ग्रामीणों का दावा
पानी टंकी की चारदीवारी का मामला

कोरबा। पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के अंतर्गत बंजारी गांव में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग जल जीवन मिशन पर काम कर रहा है। यहां पानी टंकी के निर्माण स्थल पर तैयार की गई चारदीवारी के ध्वस्त होने का मामला विवादों में है। ग्रामीणों का साफ तौर पर कहना है कि बारिश के दौरान हाल में ही यह चारदीवारी गिरी। जबकि मामला उजागर होने पर पीएचई के अधिकारी बचाव की मुद्रा में आ गए हैं। वे कहते हैं कि चारदीवारी खुद नहीं गिरी उसे जेसीबी से गिराया गया है।
बंजारी गांव के लोगों को शुद्ध और स्वच्छ जल देने के लिए जल जीवन मिशन के अंतर्गत काम स्वीकृत किया गया। पीएचई ने इस काम को ठेके पर दिया है। उक्तानुसार यहां पानी टंकी का निर्माण किया गया और इसके परिसर में चारदीवारी भी बनाई गई ताकि सुरक्षा संबंधी मापदंड पूरे हो सके। काफी समय से इस निर्माण की गुणवत्ता पर बात हो रही थी और इसकी हकीकत सामने आ गई। खबर के अनुसार हाल के दिनों में हुई तेज बारिश के दौरान बंजारी में पानी टंकी क्षेत्र की चारदीवारी का एक बड़ा हिस्सा ढह गया। स्थानीय स्तर पर जानकारी के लिए पहुंची मीडिया टीम को ग्रामीणों ने इस बारे में बताया। उनका साफ तौर पर कहना था कि घटिया निर्माण होने के चलते चारदीवारी का हिस्सा ध्वस्त हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि किसी अन्य कारण से ऐसा नहीं हुआ है। दीवार को गिराने के लिए जो बात कही जा रही है, ऐसा कुछ है नहीं। न तो उन्होंने जेसीबी को यहां देखा और न ही इसके कोई लक्षण मौजूद हैं।
दूसरी ओर घटनाक्रम को लेकर जब मीडिया की ओर से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता अनिल बच्चन से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि बंजारी में ठेकेदार के द्वारा पानी टंकी क्षेत्र में बनाई गई बाउंड्रीवाल के अंदर संपवैल बनाया जाना था। निरीक्षण के दौरान हमने इस कमी को देखा और ठेकेदार को निर्देशित किया। अधिकारी ने बताया कि जेसीबी से बाउंड्रीवाल को गिराया गया है और वहां संपवैल का काम शुरू कराया गया है। संबंधित क्षेत्र में चारदीवारी का निर्माण गुणवत्ता से कराया जाएगा।
कई गांव में नमूना बनी योजना
जिले के कई गांव में जल जीवन मिशन के अंतर्गत ढांचागत काम कराया गया है लेकिन लोगों तक योजना का लाभ नहीं पहुंच सका है। लोग चाहते हैं कि नमूना के बजाय योजना को क्रियान्वित किया जाए।