लक्ष्य की तुलना में ज्यादा उपलब्धता, वितरण भी इसी रफ्तार से
कोरबा। खेती को मानसून का जुआ कहे जाने वाली धारण काफी समय से रही है। आधुनिक दौर में कई प्रकार के उपायों के साथ कृषि क्षेत्र में विकास के आयाम जुड़े हुए हैं और इसे लाभ का सौदा बनने की कोशिश की जा रही है। जैविक खाद की तरफ किसानों ने कदम बढ़ाए हैं। कई कारणों से रासायनिक खाद भी उर्वरा क्षमता बढ़ाने के लिए उपयोग में ली जा रही है। समय और जरूरत के हिसाब से अब रासायनिक खाद भी लिक्विट फार्मेट उपलब्ध हो गया है। यूरिया और डीएपी को नैनो के रूप में प्रस्तुत किया गया है। कोरबा जिले में इन दोनों की मांग काफी अच्छी है।
जिले में किसानों की संख्या के अनुपात में कृषि बीज और उर्वरक का भंडारण करने के साथ इसके वितरण की व्यवस्था 41 समितियों के माध्यम से कराई जा रही है। जानकारी के मुताबिक नैनो यूरिया के लिए 2000 लीटर और नैनो डीएपी के लिए 190 लीटर का लक्ष्य रखा गया। इस तरह यह कुल मात्रा 2190 लीटर की है। इन दोनों नैनो उर्वरक की उपलब्धता जिले में 6019.500 लीटर की रही जो कुल लक्ष्य के मुकाबले 274.86 प्रतिशत है। बताया गया कि अब तक कि स्थिति में नैनो यूरिया 1687.50 लीटर का वितरण किया गया है। जबकि नैनो डीएपी का वितरण कुल लक्ष्य की तुलना में 1705 लीटर किया जा चुका है। इसका भंडारण 2351 लीटर हुआ है। वर्तमान में 57.500 प्रतिशत की मात्रा का वितरण जिले में हुआ है। नैनो उवर्रक का अधिकतम उपयोग करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बताया गया कि हार्ड फार्मेट में उवर्रक का उपयोग काफी समय से किसान करते रहे हैं। जिसमें उसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने में व्यवहारिक परेशानियां होती थी। जबकि लिक्विड की गुणधर्मिता पुराने स्वरूप के अनुसार ही है और उसे लाने ले जाने और उपयोग करने के मामले में सहूलियत ज्यादा है। कोरबा जिला सहकारी बैंक के द्वारा वर्ष 2024 में 1 अप्रैल 2024 से 20 जुलाई 2024 तक की स्थिति में विभिन्न प्रकार की दानेदार रासायनिक खाद 11496.340 टन का भंडारण किया गया है जो कुल लक्ष्य का 96.61 प्रतिशत है। इसकी तुलना में 9925.655 टन का वितरण किया गया है। 86.34 प्रतिशत वितरण के आंकड़े अब तक स्पष्ट हुए हैं।
13 हजार क्विंटल धान बीज बांटा जाएगा
खरीफ वर्ष 2024 के लिए सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को धान बीज और अरहर के 13 हजार क्विंटल बीज बांटने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें स्वर्णा, एमटीयू-1001, एमटीयू-1010, इंदिरा, एमटीयू-1156, स्वर्णा सब, छत्तीसगढ़ 1919, देवभोग, मधुराज, राजेश्वरी और अरहर की 11485.98 क्विंटल मात्रा शामिल हैं। इसमें से 10783.33 क्विंटल बीज का वितरण हो चुका है। यह कुल लक्ष्य का 93.88 प्रतिशत है। 702.65 क्विंटल बीज वितरण करना बाकी है।
-एस.के.जोशी, नोडल ऑफिसर, डीसीसीपी कोरबा