वॉशिंगटन, ३० जून ।
अमेरिका, यूरोप, मिस्त्र और कतर ने लेबनान के सशस्त्र संगठन हिजबुल्ला को इजरायल पर हमलों से बाज आने की चेतावनी दी है। कहा है कि ऐसा करके वह अरब क्षेत्र में युद्ध को बढ़ावा दे रहा है। विदित हो कि आठ अक्टूबर, 2023 से जारी हिजबुल्ला और इजरायल के वार-प्रतिवार के बाद इजरायली सेना अब लेबनान पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है। इसके चलते सीमा पर सैनिकों का जमावड़ा हो रहा है। हिजबुल्ला ईरान समर्थित शिया मुस्लिमों का सशस्त्र संगठन है। माना जाता है कि उसके पास 50 हजार से ज्यादा लड़ाके हैं और मिसाइलों-रॉकेटों का भी बड़ा जखीरा है। लेबनान में सक्रिय इस संगठन की वहां की सत्ता में भी भागीदारी है। इस संगठन को क्षेत्र में हमास से बड़ा और मजबूत सशस्त्र संगठन माना जाता है। इसलिए बड़ी लड़ाई छिडऩे की आशंका से अमेरिका और यूरोप ने हिजबुल्ला को युद्ध के खतरे से आगाह किया है। इजरायली सरकार ने लेबनान पर हमले की योजना तैयार कीकहा है कि इजरायल पर हिजबुल्ला के हमले जारी रहे तो लेबनान पर हमले से इजरायल को रोक पाना मुश्किल होगा। विदित हो कि इजरायली सरकार ने लेबनान पर हमले की योजना तैयार कर ली है और जुलाई में हिजबुल्ला पर कार्रवाई शुरू हो सकती है। अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड ऑस्टिन ने कहा है कि ऐसा कोई युद्ध लेबनान के लिए आपदा जैसा होगा। जबकि संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार मामलों के प्रमुख मार्टिन ग्रीफिथ ने कहा है कि इस युद्ध से लेबनान में भारी खूनखराबा हो सकता है और बहुत सारे लोगों की जान जा सकती है। पश्चिम एशिया में अमेरिका के दूत रहे जेराल्ड फेयरस्टीन ने इजरायली युद्ध के लिए तैयारी कर रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो वह क्षेत्र के लिए बेहद खतरनाक होगा। फ्रांस, मिस्त्र और कतर ने भी ऐसी ही चेतावनी हिजबुल्ला को दी है।