लखनऊ, 20दिसम्बर ।
संसद में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद शुरू हुई विपक्षी दलों की सियासत की आंच तेज हो गई। बसपा प्रमुख मायावती ने इसे लेकर न केवल गृहमंत्री अमित शाह को घेरा बल्कि भाजपा और कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया। इस दौरान मायावती ने कहा कि अमित शाह ने संसद में संविधान निर्माता, वंचितों व अन्य उपेक्षित वर्गों के भगवान बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर के बारे में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है, उससे बाबा साहब की गरिमा व अस्तित्व को काफी ठेस पहुंची है। पूरे देश में बाबा साहब के अनुयायियों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। मायावती ने गृहमंत्री अमित शाह को अपने कहे गए शब्द को जल्दी ही वापस लेने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए अमित शाह को पश्चाताप भी जरूर करना चाहिए। वहीं, कांग्रेस पार्टी अब इस कोशिश में लगी है कि अमित शाह के मुद्दे पर कुछ न कुछ दलितों (वंचितों ) का वोट जरूर बटोर लिया जाए। संसद में संविधान और बाबा साहब भीमराव आंबेडकर को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप को लेकर भी बसपा प्रमुख ने हमला बोला।
उन्होंने कहा कि विशेषकर दलितों (वंचितों ) व अन्य उपेक्षित वर्गों के वोटों के लिए पिछले एक-दो दिनों से संसद में सत्ता व विपक्ष के बीच में सियासत चल रही है। इनके वोटों के लिए मेरे आंबेडकर व तेरे आंबेडकर की यह लड़ाई धक्का-मुक्की तक पर भी आ गई है, यह सब शोभा नही दे रहा है।