दक्षिणी दिल्ली। तुगलकाबाद विधानसभा सीट पर पिछले दो बार से पिछड़ रही भाजपा इस बार नई रणनीति के साथ मैदान में है। मोहरे बदलने के साथ जातिगत समीकरण के हिसाब से प्रत्याशी उतारा, लेकिन नई रणनीति में भाजपा अपनों के बीच उलझ गई है। टिकट वितरण से भी पुराने कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिली है। दो विधानसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे विक्रम बिधूड़ी के समर्थक बगावती तेवर अपनाएं हुए है। उनकी नाराजगी भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। दरअसल, भाजपा ने दो बार चुनाव लडक़र दूसरे नंबर पर विक्रम बिधूड़ी का टिकट काटकर रोहताश बिधूड़ी को मैदान में उतारा है। विक्रम समर्थक रोहताश के चुनाव प्रचार से कन्नी काटे हुए हैं। दक्षिणी दिल्ली से भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी के भाई वीरेंद्र बिधूड़ी टिकट न मिलने पर बगावत कर न सिर्फ कांग्रेसी खेमे में जा पहुंचे, बल्कि उनके टिकट पर ताल भी ठोंक रहे हैं। वीरेंद्र पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में अपने भाई की ओर से चुनाव प्रचार करते नजर आए थे। तब वे क्षेत्र की जनता से भाजपा के पक्ष में वोट मांग रहे थे। बदले परिदृश्य में सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी के कुछ समर्थक खामोशी के साथ प्रचार में वीरेंद्र बिधूड़ी का सहयोग करते नजर आ रहे हैं। हालांकि, भाजपा सांसद बिधूड़ी उन्हें रोकने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। वह पार्टी में अपने अस्तित्व का हवाला देकर भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं। उनकी अपील का कितना असर होगा, यह तो मतगणना के बाद ही पता चलेगा। फिलहाल पार्टी की अंदरूनी लड़ाई की वजह से सीट अपनों के बीच उलझी नजर आ रही है।