नईदिल्ली, 2९ अक्टूबर ।
पटना पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट ने अशोक राजपथ पर अपने तीन कर्मियों की हादसे में मौत पर शोक जताया है। मेट्रो ने लोको के ब्रेक होने की घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की बात की है। हालांकि इस घटना के बाद लोक मेट्रो में काम रहे कर्मियों की सुरक्षा पर सवाल उठाने लगे हैं। उनका कहना है कि 16 अप्रैल को पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र के रामलखन पथ पर सडक़ हादसे में ऑटो में सवार सात लोगों की मौत हो गई थी। उस वक्त पटना मेट्रो ने सभी मृतकों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराने की बात कही थी। अगर पटना मेट्रो सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सजग रहती तो शायद सोमवार की मध्य रात्रि बड़ा हादसा टल सकता था। मजदूरों ने बताया कि हादसे के वक्त टनल में 25 से अधिक लोग काम कर रहे थे।
काम कर रहे मजदूरों ने कहा कि अचानक लोको का ब्रेक फेल हुआ और जिसके कारण घटना हुई। मरने वालों में हेल्पर मनोज, विजय और श्यामबाबू तीनों मजदूर उड़ीसा के रहने वाले हैं। मरनेवालों में एक लोको पायलट जबकि दूसरा टीबीएम ऑपरेटर है। पटना मेट्रो के किसी निर्माणाधीन स्थल पर यह अब तक का सबसे बड़ा हादसा है। मौत पहले भी हो चुकी है, लेकिन टनल में काम के दौरान तकनीकी खामी के कारण इस तरह का हादसा पहले नहीं हुआ था। मजदूर समेत लोको पायलट रात आठ बजे से सुबह आठ बजे की शिफ्ट में रोज की तरह काम कर रहे थे। इसी दौरान सामान ले जाने के लिए इस्तेमाल होने वाले लोको का ब्रेक फेल हो गया।
अनियंत्रित हुआ हाइड्रोलिक लोको एक जगह पर जाकर रुका तो मजदूरों में अफरातफरी मच गई। देखते ही देखते तीन कर्मियों की मौत हो गई।