वोटर्स को रिझाने के लिए की जी तोड़ मेहनत
कोरबा। तीन चरण में छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया है। मतदाताओं ने अपनी पसंद से ईवीएम को वोट दिया है। सभी ईवीएम अब मतगणना तक के लिए स्ट्रांग रूम के हवाले हो गई है। नतीजों के लिए जून तक इंतजार करना होगा। उससे पहले कोरबा लोकसभा क्षेत्र में मतदान की स्थिति से लेकर कई प्रकार के प्रभाव को लेकर बात हो रही है। चर्चा इस बात को लेकर भी है कि आखिर सामान्य लोकसभा क्षेत्र में किसकी गारंटी पर ज्यादा महत्व प्राप्त हुआ है।
भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकास की गारंटी को आगे जारी रखने के वादे किये। इसके साथ ही बीते 10 वर्ष में क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय विषयों पर अर्जित की गई उपलब्धियों को भी लोगों के सामने रखा। इसी आधार पर चुनाव प्रचार केंद्रित रहा और वोट मांगे गए। वहीं छत्तीसगढ़ में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने 5 गारंटी को प्रचारित किया। इसमें ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगारों और महिलाओं को हर महीने 8333 रुपए देने की बात की गई। हालांकि चुनाव के दौरान कहीं भी यह नहीं बताया गया कि देश भर में कुल बजट के मुकाबले इस योजना के लिए पैसा कहां से और कैसे आएगा। फिर विभिन्न क्षेत्रों में पार्टियों ने समझ के आधार पर अपने पक्ष में करने लोगों को जतन किया। मतदान दिवस को लोकसभा क्षेत्र में लगभग 73 प्रतिशत मतदान हुआ है। इसे लेकर दोनों दल अपना-अपना दावा कर रहे हैं कि मतदाताओं का ज्यादा समर्थन उनके पक्ष में रहा है।

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