कोरबा। अभिभावक के सहमति के बगैर जिला मुख्यालय में स्थित एक निजी स्कूल ने ट्यूशन टीचर के कहने पर एक छात्रा का स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) जारी कर दिया। इसकी जानकारी लगने पर छात्रा के अभिभावक द्वारा मामले की लिखित शिकायत सिविल लाइन पुलिस के साथ-साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से करते हुए दोषियों पर कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है परंतु पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिससे क्षुब्ध अभिभावक ने अब पुलिस अधीक्षक के समक्ष गुहार लगाई है।
सिंचाई कालोनी आईटीआई रामपुर में रहने वाले जिला पंचायत कर्मी रामकरण राम ने पुलिस अधीक्षक को लिखित ताजा शिकायत में बताया कि उसकी पुत्री लाव्या यादव कक्षा दूसरी में अध्ययनरत थी जिसका स्थानांतरण प्रमाण पत्र स्कूल के प्राचार्य, अधिकारी-कर्मचारी व ट्यूशन टीचर चौहान के द्वारा मिलकर बिना मेरे सहमति व हस्ताक्षर के फर्जी तरीके से दे दिए हैं। ट्यूशन टीचर 28 अगस्त 2024 को स्कूल में गई और बगैर हमारी सहमति व हस्ताक्षर के स्थानांतरण प्रमाण पत्र ले ली है। जिसका उल्लेख व प्रमाण स्कूल के प्रवेश द्वार में आवक-जावक रजिस्टर में दिनांक व समय के साथ हस्ताक्षर व स्थानांतरण प्रमाण पत्र प्राप्त करने की पंजी में मोबाइल नंबर सहित हस्ताक्षर कर प्राप्त की है जो अवैधानिक व पूर्ण रूप से गलत है।
मेरे द्वारा इस संबंध में आपत्ति जताए जाने व स्कूल प्रबंधन से जानकारी लेने पर प्रबंधन द्वारा बताया गया कि छात्रा की माता ने वाट्सएप के माध्यम से टीसी काटने के एक माह बाद सूचना भेजी है जिसे स्वीकृत करना गलत है।