आरोप – सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस रही उदासीन, घटना के विरोध में चक्काजाम
कोरबा। आपराधिक तत्वों के द्वारा विभिन्न हिस्सों में लगातार उत्पात मचाया जा रहा है और पुलिस के लिए चुनौतियां पैदा करने के साथ लोगों को भयभीत करना जारी है। औद्योगिक तीर्थ कोरबा के दर्री रोड में पिछली रात आपराधिक किस्म के युवकों न ऐसी ही घटना को अंजाम दिया। एक चारपहिया वाहन को क्षति पहुंचाने से इसकी शुरूआत हुई। कुछ लोगों ने उसे रोका और पुलिस को जानकारी दी। इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके तीन घंटे बाद एक कार को स्वाहा कर दिया गया। आक्रोशित नागरिकों ने घटना के विरोध में आज सुबह दर्री रोड पर चक्काजाम कर दिया।
कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुई इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए और पुलिस को भी सोचने के लिए मजबूर कर दिया कि समय रहते आखिर कार्रवाई करना जरूरी क्यों नहीं था। खबर के मुताबिक दर्री मुख्य मार्ग पर अविनाश प्रिंटर्स स्थित है। इसके संचालक हेमंत अग्रवाल की क्रेटा कार क्रमांक सीजी-12एपी-1111 दुकान के सामने खड़ी थी जिसे रात्रि 1.29बजे के करीब जला दिया गया। बताया गया कि इससे कुछ घंटे पहले 10.30 बजे एक युवक को इस इलाके में विचरण करते देखा गया जो एक अन्य कार को क्षति पहुंचा रहा था। उसके शीशे और अन्य हिस्सों पर लगातार हमले किए जा रहे थे। हेमंत की नजर उस पर पड़ी तो अपने तरीके से हस्तक्षेप किया गया। जिस पर युवक मौके से चला गया। बताया गया कि इस बारे में ही पुलिस को फौरन जानकारी दी गई और संबंधित पर कार्रवाई करने की मांग की गई। दावा किया गया कि इस पर कुल मिलाकर ड्यूटी ऑफिसर ने ढिलाई दिखाई जिससे शिकायत करने पहुंचे लोग उल्टे पैर लौट आए। इसके तीन घंटे बाद दर्री रोड में अराजक तत्वों ने अपने बुलंद हौसलों के साथ अविनाश प्रिंटर्स के सामने खड़ी कार को आग के हवाले कर दिया। आसपास में लगी सीसीटीवी फुटेज में उनकी तस्वीरें कैद हुई है। जिसमें नजर आ रहा है कि ज्वलनशील पदार्थ की मात्रा वाहन पर डाली गई और इसके बाद अगला कारनामा किया गया। कुछ ही देर में वाहन आग की लपटों में घिरने के साथ जलने लगा। जब तक लोगों को जानकारी होती और वे बचाव के लिए कोशिश करते काफी हिस्सा भस्म हो चुका था। रात में ही इस मामले की खबर इस क्षेत्र के व्यापारियों को हो गई थी। उन्होंने अगले कदम को लेकर योजना बनाई और आज सुबह चक्काजाम कर दिया। मुरारका पेट्रोल पंप के सामने दर्री रोड मार्ग पर व्यापारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के साथ पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और अपराध नियंत्रण के मामले में अत्यंत लापरवाही का रूख दिखाने पर भड़ास निकाली। घटना के विरोध में दर्री रोड के साथ-साथ पावर हाउस रोड की दुकानें आज बंद रही। इसके जरिए व्यापारियों ने अपनी एकता का प्रदर्शन किया और सिस्टम की आंख खोलने का प्रयास भी किया।
बलरामपुर मामले का जिक्र कर तुरंत नहीं की कार्रवाई
दावा किया जा रहा है कि रात्रि को घटना की शुरुआत को लेकर ही पीडि़त पक्ष ने पुलिस के पास पहुंचकर इसकी जानकारी दी और उचित कार्रवाई करने की मांग की। उस समय कोतवाली में मौजूद ड्यूटी ऑफिसर के द्वारा बात तो जरूर सुनी गई लेकिन तर्क दिया गया कि तोडफ़ोड़ करने वाले युवक को तुरंत गिरफ्तार किया जाता है तो स्थिति बिगड़ सकती है। तर्क दिया गया कि हाल में ही बलरामपुर जिले में एक घटना हुई थी जिसमें पुलिस की ओर से लिए गए एक्शन के बाद स्थितियां बिगड़ी और फिर डेमेज कंट्रोल में दिक्कतें हुई। तरूण छत्तीसगढ़ को मिली जानकारी में बताया गया कि दर्री रोड में एक कार के शीशे और अन्य हिस्सों को नुकसान पहुंचाने वाला युवक अपने साथ हंसिया रखा हुआ था। इसलिए लोगों को उसके मंसूबे खतरनाक लगे। जानकारी यह भी मिली है कि दर्री रोड फ्लाईओवर के नीचे रात्रि में आवारा तत्वों की बैठकी लगी होती है जो गांजा और शराब की पार्टी करते हैं। काफी समय से इस प्रकार का खेल यहां चल रहा है। इन सब कारणों से भी इस इलाके के व्यापारी और नागरिक परेशान हैं। बीती रात्रि इस क्षेत्र में जो घटना हुई उसने लोगों को खौफजदा कर रखा है। लोगों की मांग है कि शांति की स्थापना करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।