चेन्नई। तमिलनाडु के विभिन्न क्षेत्रों में जललीकट्टू प्रतियोगिता शुरू हो गई है। अवनियापुरम में इस प्रतियोगिता के लिए जोरो-शोरों से तैयारी की गई है। वहीं मदुरई में जल्लीकट्टू मुकाबले से पहले बैलों की स्वास्थ्य जांच की गई। जल्लीकट्टू, जिसे इरुथाझुवुथल भी कहा जाता है। जल्लीकट्टू तमिलनाडु के ग्रामीण इलाकों में खेला जाने वाला पारंपरिक खेल है, जिसमें बैलों की इंसानों से लड़ाई होती है। जल्लूकट्टू को तमिलनाडु के गौरव और संस्कृति का प्रतीक माना जाता है। हालांकि इस आयोजन के दौरान कई बार लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने जल्लीकट्टू के आयोजन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे। हालांकि सभी इंतजामों के बावजूद काफी लोग जल्लीकट्टू के दौरान घायल हो जाते हैं। पिछले साल अवानियापुरम इलाके में करीब 60 लोग घायल हो गए थे।