गोलपाड़ा,0७ जून ।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को दावा किया कि नागांव और धुबरी लोकसभा क्षेत्र के चुनाव परिणाम इस तथ्य की ओर इशारा करते हैं कि राज्य के सामाजिक तानेबाने की बुनियाद बहुत कमजोर है। धुबरी सीट से कांग्रेस विधायक रकीबुल हुसैन ने 10 लाख वोट के रिकॉर्ड अंतर से जीत दर्ज की है, वहीं नागांव से पार्टी सांसद प्रद्युत बोरदोलोई 2,12,231 मतों के अंतर से विजयी हुए हैं। सरमा ने संवाददाताओं से कहा कि नागांव और धुबरी के चुनाव परिणाम हमारे समाज और राष्ट्रीय जीवन के सामने खतरे को दिखाता है। उन्होंने दावा किया कि आप सोचिए कि 10 लाख से ज्यादा वोट से जीत हुई और एक भी हिंदू ने वहां मतदान नहीं किया। हमारे सामाजिक ताने बाने के सामने कैसा खतरा है?सरमा ने यह भी कहा कि बोरदोलोई ने भी नागांव में मुस्लिम बहुल विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल कर जीत दर्ज की, जबकि भाजपा ने सभी हिंदू बहुल विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जोरहट से कांग्रेस उम्मीदवार और निवर्तमान सांसद गौरव गोगोई की जीत को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि वह अपने हैं और उनकी जीत में कुछ भी सांप्रदायिक नहीं है।