कोरबा। शिक्षा कोई मंजिल नहीं है यह एक शाश्वत यात्रा है शिक्षा या ज्ञान के बिना जीवन निरर्थक है। जिसने शिक्षा के महत्व को जाना और समझा उसने निश्चित ही समाज और राष्ट्र का नाम रोशन किया है। ज्ञान वह अमूल्य खजाना है जिसे कोई चुरा नहीं सकता और इसे जितना अधिक बांटा जाएगा उतना ही अधिकयह बढ़ जाता है।इन सभी बातों को अक्षरश: सत्य साबित करते हुए इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने शिक्षा के क्षेत्र में और नवाचारों का उपयोग कर रोचक शिक्षा प्रदान करने के क्षेत्र में विभिन्न प्रतिष्ठित हस्तियों के बीच अपनी अलग पहचान बनाई और अद्वितीय योगदान दिया। उन्हें शिक्षा भूषण पुरस्कार से सीई डी इंडिया फाउंडेशन के द्वारा होटल रेडिसन उद्योग विहार गुडग़ांव में विभिन्न नामचीन हस्तियों की मौजूदगी में एक गरिमामायी सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया ।यह उपलब्धि न सिर्फ विद्यालय के लिए बल्कि समस्त कोयलांचल हेतु गौरवशाली है। शिक्षा भूषण पुरस्कार में आमंत्रित शिक्षाविदों के मध्य एनसीएफ इंप्लीमेंटेशन फॉर ऑल सस्टेनेबल फ्यूचर थीम पर विचार विमर्श किया गया ।डॉक्टर संजय गुप्ता प्राचार्य इंडस पब्लिक स्कूल ने एन सीएफ इंप्लीमेंटेशन फॉर ऑल सस्टेनेबल फ्यूचर थीम पर अपने प्रेरक विचार विभिन्न नामचीन शिक्षाविदों के मध्य व्यक्त किया। एनसीएफ पर शिक्षा से संबंधित उनके विचार सुनकर सभी प्रसन्नचित होकर निरंतर करतल ध्वनि करते रहे। उनके नवाचारों से परिपूर्ण शिक्षा व शिक्षक से संबंधित विचारों का सबने एक स्वर में समर्थन किया। यहां यह बताना अति आवश्यक है कि इस गरिमामयी समारोह में प्रोफेसर एम एम पंत (फार्मर प्रो वाइस चांसलर इग्नू ),मिस अनुभूति मेहता (फार्मर असिस्टेंट कमिश्नर केवीएस), श्री अनुराग कुमार सिंह (अंडर सेक्रेटरी रीजनल ऑफिस सीबीएसई प्रयागराज), श्री राजीव पांडे (अंडर सेक्रेटरी सीबीएसई न्यू दिल्ली ),डॉक्टर प्रियदर्शी नायक (अध्यक्ष सी ई डी ग्रुप) उपस्थित थे। शिक्षा भूषण पुरस्कार हेतु पूरे भारतवर्ष से 28 राज्यों में से 100 सिर्फ शिक्षाविदों को इस महत्वपूर्ण सम्मान हेतु आमंत्रित किया गया था जिसमें इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के डॉक्टर संजय गुप्ता का भी नाम प्रमुख रूप से शामिल था।