रांची, १९ दिसम्बर । नई दिल्ली में मंगलवार को होने वाली आईएनडीआईए की बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल नहीं होंगे। हेमंत सोरेन सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। वे आईएनडीआईए की शीर्षस्थ नीति निर्धारिक समिति के भी सदस्य हैं। इससे पहले पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव परिणाम के तत्काल बाद बुलाई गई बैठक में भी उनके जाने का कार्यक्रम निर्धारित नहीं हो पाया था, हालांकि वह बैठक अंतिम समय में टल गई थी। हेमंत सोरेन के बैठक में नहीं जाने की वजह राजनीतिक कार्यक्रमों में उनकी व्यस्तता है।राज्य विधानसभा का शीतकालीन सत्र भी चल रहा है। इसके अलावा वे लगातार जिलों का दौरा कर रहे हैं। मंगलवार को उनका गुमला जाने का कार्यक्रम है। यही कारण है कि उन्होंने बैठक में शामिल होने में असमर्थता जताई है। उनके स्थान पर बैठक में झामुमो के राजमहल के सांसद विजय हांसदा, राज्यसभा सदस्य महुआ माजी और झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे के फार्मूले पर चर्चा होने की उम्मीद है। लोकसभा चुनाव में झामुमो की दावेदारी आठ सीटों पर है। झामुमो ने सहयोगी दल कांग्रेस पार्टी पर इसके लिए दबाव बनाया है। मोर्चा ने पुराने फार्मूले को नकारते हुए कहा है कि नए सिरे से सीट बंटवारे पर निर्णय होना चाहिए। विधानसभा चुनाव के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा सबसे बड़े दल के रूप में उभरा है। ऐसे में सीटों का निर्धारण भी उसी हिसाब से होना चाहिए। मोर्चा ने खुद को गठबंधन का बड़ा भाई बताते हुए इसके स्पष्ट संकेत दिए हैं कि सीटों के बंटवारे पर वह ज्यादा झुकने की स्थिति में नहीं है। झामुमो और कांग्रेस के अलावा राजद, जदयू और वामदलों की नजर भी सीटों पर है।