कोलकाता, 0२ सितम्बर ।
सरकारी आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक के साथ दरिंदगी की घटना के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच दुष्कर्म के दोषियों को 10 दिन के अंदर फांसी की सजा सुनिश्चित करने के लिए संशोधित विधेयक पारित कराने के लिए सोमवार से बंगाल विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र शुरू होगा। पहले दिन पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और अन्य दिवंगत हस्तियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी। इसके बाद तय कार्यक्रम के अनुसार, तीन सितंबर, मंगलवार को राज्य सरकार की तरफ से दुष्कर्मियों को फांसी के लिए विधानसभा में संशोधित विधेयक पेश किया जाएगा। राज्य के संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने बताया कि विधेयक पारित किए जाने के बाद उसी दिन शाम में इसे मंजूरी के लिए राजभवन को भेज दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 28 अगस्त को तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर यह संशोधित विधेयक लाने की घोषणा की थी। उनकी घोषणा के मुताबिक विधानसभा का यह विशेष सत्र बुलाया गया है। इधर, आरजी कर घटना पर लगातार आक्रामक भाजपा नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कोलकाता में भाजपा के धरना मंच से रविवार को कहा कि राज्य सरकार विशेष सत्र के लिए तैयार रहे। उन्होंने संकेत दिए कि आरजी कर घटना पर विपक्षी भाजपा ममता सरकार को घेरने के लिए पूरी तरह तैयार है। इससे पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने शनिवार को कहा था कि उनकी पार्टी के विधायक इस विधेयक का समर्थन करेंगे। हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि आरजी कर घटना से ध्यान भटकाने के लिए यह विधेयक सिर्फ नौटंकी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक राज्य सरकार की नौटंकी व मंशा को सदन में उजागर करेंगे।