
श्रीनगर, २५ अक्टूबर ।
आतंकी फंडिंग के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद पूर्व विधायक अब्दुल रशीद शेख उर्फ इंजीनियर रशीद वर्ष 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव में अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) के उम्मीदवार होंगे। वह उत्तरी कश्मीर की संसदीय सीट बारामुला-कुपवाड़ा से चुनाव लड़ेंगे। जम्मू कश्मीर में इस समय सभी राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं, लेकिन एआइपी पहला राजनीतिक दल है, जिसने अपने किसी उम्मीदवार का नाम घोषित किया है। इंजीनियर रशीद आरोपित हैं, अभी अदालत ने उन्हें सजा नहीं सुनाई है।जिला कुपवाड़ा में लंगेट के रहने वाले इंजीनियर रशीद दो बार जम्मू कश्मीर विधानसभा में लंगेट विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। आतंकी फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार होने वाले वह जम्मू कश्मीर के पहले ऐसे राजनीतिक नेता हैं, जो मुख्यधारा की सियासत से जुड़े हुए हैं। आतंकियों को कश्मीर का हीरो और क्रांतिकारी बताने वाले इंजीनियर रशीद बीफ पर पाबंदी के खिलाफ भी मुखर रहे हैं। उन्हें गैरकानूनी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम और आतंकी फंडिंग के आरोप अगस्त 2019 में एनआइए ने गिरफ्तार किया था और वह तभी से तिहाड़ जेल में बंद हैं।अवामी इत्तेहाद पार्टी की राजनीतिक सलाहकार समिति के अध्यक्ष इश्तियाक कादरी ने कहा कि हम वर्ष 2024 के संसदीय चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उत्तरी कश्मीर की संसदीय सीट से हमारे पार्टी प्रमुख इंजीनियर रशीद ही चुनाव लड़ेंगे। उन्हें उम्मीदवार बनाने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है। हम प्रदेश के सभी पांच संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे, अन्य चार सीटों के लिए उम्मीदवारों को आने वाले दिनों में घोषित कर दिया जाएगा। एआईपी के प्रवक्ता फिरदौस बाबा ने कहा हम कभी भी मुख्यधारा की सियासत से अलग नहीं रहे हैं। लोकतंत्र में हरेक को अपनी राय और अपनी विचारधारा के मुताबिक राजनीति करने का अधिकार है। हमने कभी भी कश्मीर को भारत से अलग किए जाने की मांग नहीं की है, हमने तो हमेशा भारतीय संविधान के मुताबिक जम्मू कश्मीर को 1947 में दिए गए अधिकारों के संरक्षण की वकालत की है।अगस्त 2019 को नेशनल कान्फ्रेंस, पीडीपी, कांग्रेस, पीपुल्स कान्फ्रेंस समेत अवामी इत्तेहाद पार्टी ने भी गुपकार घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए हैं, लेकिन अब हम गुपकार गठबंधन का हिस्सा नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि हमारे नेता इंजीनियर रशीद लोकसभा चुनाव से पहले जेल से रिहा हो जाएंगे। अगर रिहा नहीं भी होते हैं तो हमारा राष्ट्रीय संविधान उन्हें जेल के भीतर से भी चुनाव लडऩे का अधिकार प्रदान करता है। कश्मीर मामलों के जानकार बिलाल बशीर ने कहा कि एआइपी का मुख्य जनाधार उत्तरी कश्मीर में और वह भी हंदवाड़ा, कुपवाड़ा और बारामुला के कुछ एक हिस्सों में है। अगर इंजीनियर रशीद चुनाव लड़ते हैं तो नेशनल कान्फेंस (नेकां) और पीपुल्स कान्फ्रेंस का चुनावी गणित गड़बड़ा सकता है।