नईदिल्ली, १7 सितम्बर ।
आतिशी मार्लेना दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री होंगी। मंगलवार को राजधानी में हुई विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों और बड़े नेताओं ने उनके नाम का समर्थन किया। आतिशी का नाम नए मुख्यमंत्री की लिस्ट में सबसे आगे था। इसके पीछे कारण यह था कि शराब नीति कांड में अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद दिल्ली के एक दर्जन मंत्रालय आतिशी ने संभाले।
जिन मंत्रालयों को लेकर केजरीवाल को सबसे ज्यादा चिंता थी, उन्हें आतिशी ने संभाले रखा। आतिशी कई बार जेल में केजरीवाल से मिलीं और उनका मार्गदर्शन लिया। केजरीवाल और अन्य बड़े नेताओं की गैरमौजूदगी में दिल्ली की जनता से आतिशी ने ही संवाद किया। मीडिया का सामना भी किया। केजरीवाल की नजर में आतिशी का कितना महत्व है, यह इस बात से भी साफ होता है कि उन्हें 15 अगस्त को झंडा वंदन के लिए आतिशी का नाम आगे बढ़ाया। हालांकि वे झंडा नहीं फहरा सकीं।
वहीं आप नेता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सीएम की कुर्सी पर कौन बैठता है क्योंकि जनादेश अरविंद केजरीवाल के लिए था। जनता ने अरविंद केजरीवाल को चुना। उन्होंने कहा है कि वह सीएम पर नहीं बैठेंगे। कुर्सी तब तक है जब तक लोग दोबारा नहीं मांगते लेकिन कुर्सी इन और अगले 5 सालों के लिए अरविंद केजरीवाल की है। चुनाव होने तक हममें से कोई कुर्सी पर बैठेगा, यह उसी तरह होगा जैसे भरत ने अनुपस्थिति में शासन किया था भगवान राम। आज विधायकों से चर्चा होगी और उसमें नाम तय हो सकता है।