
जांजगीर-चांपा। पामगढ़ व नवागढ़ ब्लाक में अटैचमेंट में पदस्थ शिक्षकों को उनके मूल शाला में वापस करने की मांग की जा रही है लेकिन विभागीय अधिकारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। कई स्कूलों में आदेश देने के बाद भी उन्हें मूल शाला के रिलीव नहीं किया जा रहा है। इसके चलते स्कूलों में अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है। गौरतलब है कि जिले के अमूमन हर विकासखंडों में दर्जनों शिक्षक
अटैचमेंट में चल रहे हैं। इसके चलते स्कूलों में अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है। पामगढ़ ब्लाक के शिक्षक एलबी सोनम तिवारी जिसकी मूल पदस्थापना मिडिल स्कूल चंडीपारा में है। इनकी अटैचमेंट को समाप्त करने के लिए हेडमास्टर ने बीईओ को पत्र लिखा है। बावजूद उसका अटैचमेंट समाप्त नहीं किया गया है। सूत्रों का कहना है कि सोनम तिवारी को शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला महामाया पामगढ़ में संलग्न किया गया है। जिसमें हेडमास्टर ने बीईओ को पत्र लिखकर उनकी संलग्नीकरण समाप्त कर उनके मूल शाला में भेजने के लिए आदेशित किया है। बावजूद उनकी वापसी नहीं हो रही है।इसी तरह नवागढ़ ब्लाक के राजकुमार हंसले सहायक शिक्षक एलबी का मूल शाला शासकीय प्राथमिक शाला मूगाभाठा धाराशिव है। उसे डीईओ के आदेश पर शासकीय प्राथमिक शाला चारपारा केरा में संलग्न किया गया था। इस आशय की शिकायत होने पर बीईओ ने उसे 20 दिसंबर 2024 को उन्हें अपने मूल शाला में वापस करने का आदेश दिया है। आदेश मिलने के 10 दिन बाद भी शिक्षक राजकुमार हंसले अपने मूल शाला में ज्वाइनिंग नहीं दे रहा है। इससे मूगाभाठा स्कूल में अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहा है। बीईओ ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि चारापारा केरा स्कूल में अध्यापन कार्य के लिए दो शिक्षकों की पदस्थापना कर दी गई है। इसलिए हंसले को तत्काल मूल शाला में ज्वाइनिंग दे, इसके बाद भी बीईओ के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है।