
कोरबा। आग लगने और अन्य आपदा से जूझने के मामले में बहुत जल्द मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के सुरक्षाकर्मियों को आवश्यक टेक्निकल ट्रेनिंग प्राप्त होगी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने इसके लिए छत्तीसगढ़ होमगार्ड की जिला यूनिट से कांटेक्ट किया है । बताया गया कि विशेष परिस्थितियों में दक्षता दिखाने के लिए इस प्रकार की कोशिश करना जरूरी है।
पिछले मंगलवार को रायपुर के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में हुई एक दुर्घटना के बाद सभी क्षेत्रों में चिंता जताई जा रही है। इस प्रकरण के बाद हर तरफ बचाव के तौर तरीकों पर ध्यान देने की जरूरत महसूस की गई है। रायपुर के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के नेत्र रोग विभाग के ऑपरेशन थिएटर मंगलवार को आगजनिक की घटना हुई थी जिसके बाद एक डॉक्टर और मरीज को खिडक़ी तोडक़र बाहर निकालना पड़ा था। इस घटना के बाद कोरबा के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल का जायजा लिया गया और क्या पता किया गया कि यहां पर अग्नि दुर्घटना की स्थिति में उपकरण का प्रयोग करने के बारे में कितने सुरक्षा कर्मियों को जानकारी है। इस दौरान अधिकांश ने बताया था कि उन्हें ना तो प्रशिक्षण दिया गया है और ना ही वे तकनीकी रूप से भिज्ञ है। मीडिया ने इस मामले को सामने लाया था और व्यवस्था को ठीक करने की तरफ स्वास्थ्य विभाग का ध्यान आकर्षित किया था। विभाग के अधिकारियों ने इस पर संज्ञान लिया है मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के सहायक अधीक्षक रविकांत ने बताया कि कुछ नए कर्मियों को प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है। इस बारे में छत्तीसगढ़ होमगार्ड को पत्र दिया गया है और चर्चा की गई है। बहुत जल्द उनकी ओर से हमारे सुरक्षा कर्मियों को आगजनी से संबंधित बचाव को लेकर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जोखिम वाली जगह पर सुरक्षा के इंतजाम किए जाने बहुत जरूरी होते हैं क्योंकि ऐसे स्थान पर हर दिन हजारों की संख्या में लोगों का आना-जाना होता है। ऐसे में अगर वहां कभी अनहोनी हो भी जाए तो प्रशिक्षित कर्मियों के द्वारा स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।