अमरोहा, २६ नवंबर ।
साइबर ठग किस रूप में आपको अपने झांसे में ले लें, कुछ कहा नहीं जा सकता। इसलिए इंटरनेट मीडिया के इस दौर में होशियार रहने की जरूरत है। जागरूकता ही आपको इस मामले में फंसने से बचा सकती है। ताजा मामला अमरोहा का है। यहां रहने वाले सडक़ सुरक्षा समिति के सदस्य अनिल कुमार जग्गा को भी साइबर ठगों में झांसे में लेने का प्रयास किया है। दिल्ली पुलिस के एडीजी व सीबीआई की साइबर सेल के संयुक्त नाम से उन्हें ईमेल भेज कर कहा है कि वह सेक्स रैकेट का संचालन करते हैं। क्यों न आपके विरुद्ध कार्रवाई की जाए, इसका जवाब एक सप्ताह में दें। मेल मिलने के बाद अनिल जग्गा ने एसपी दफ्तर में शिकायत दर्ज कराई है। आर्य समाज मंदिर निवासी सडक़ सुरक्षा समिति के सदस्य अनिल कुमार जग्गा को सोमवार को एक मेल मिली थी। यह मेल दिल्ली पुलिस के एडीजी व सीबीआई की तरफ से संयुक्त मेल थी। प्रारूप ऐसा कि अंजान आदमी देख कर ही परेशान हो जाए। अशोक स्तंभ के साथ ही तीनों पेज पर एडीजी व सीबीआई की मुहर व हस्ताक्षर भी छपे हैं। तीन पेज के इस मेल में उन पर आरोप लगाया है कि अनिल जग्गा देश में सेक्स का रैकेट संचालित करते हैं। दिल्ली साइबर सेल की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। साथ ही कहा है कि वह सात दिन से भीतर सीइआईबी.एचक्यू2.जीओवीञ्चडब्ल्यूआईसीटीसर्विसेज.काम पर जवाब दें कि क्यों न आपके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। साइबर ठगों ने अपने दफ्तर का पता पुलिस हेडक्वार्टर थाना मंदिर मार्ग दिल्ली तथा जनपथ भवन नई दिल्ली लिखा है। इसके थोड़ी देर बाद उनके पास दूसरी मेल आई।
उसमें भी यही आरोप लगाए गए थे, जबकि उस मेल में दफ्तर का पता राष्ट्रीय राजमार्ग-9 महिपालपुर दिल्ली लिखा था। इतना ही नहीं दूसरी मेल के पेज को जब उन्होंने प्रिंट आउट करने के लिए क्लिक किया तो वहां एक लिंक सामने आ गया। लिंक पर क्लिक करते ही उनकी मेल आईडी के संबंध में एक ओटीपी पूछा। परंतु अनिल जग्गा ने ओटीपी दर्ज नहीं किया तथा मेल बंद कर दी। उसके बाद उन्होंने एसपी दफ्तर में जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई है। साइबर एक्सपर्ट मनीष सिरोही ने बताया कि साइबर ठगी का यह तरीका हाल ही में चलन में आया है। लिहाजा लोगों को उनके जीमेल पर आई किसी भी मेल को खोल कर ओटीपी दर्ज नहीं करनी चाहिए।यदि ऐसा करेंगे तो साइबर ठग जीमेल को हैक कर मोबाइल व बैंक खाते तक में सेंध लगा सकते हैं। साथ ही डिजिटल अरेस्ट कर वसूली का प्रयास करेंगे। तत्काल साइबर सेल में सूचना दें।