
ठाणे, १९ अगस्त । महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक निजी फर्म में स्टोर कीपर का काम करने वाले व्यक्ति के व्यक्तिगत विवरण का दुरुपयोग कर दो कंपनियां बना ली गईं और उनके माध्यम से तकरीबन 42 करोड़ रुपये का लेन-देन कर लिया गया।आयकर विभाग द्वारा पीडि़त को 46 लाख रुपये का टैक्स जमा करने के लिए भेजे गए नोटिस के बाद अपराध की जानकारी हो सकी। गत 22 मई को मामूली वेतन पाने वाले व्यक्ति को आयकर विभाग का नोटिस प्राप्त हुआ। इसमें उससे कुछ कर जमा करने को कहा गया।इसके बाद उसे आयकर विभाग ने 46.23 लाख रुपये की सामूहिक कर मांग के साथ और नोटिस भेजे। उसने आयकर विभाग पहुंचकर जानकारी की तो पता चला कि उसके पैन, आधार और अन्य व्यक्तिगत विवरण से उल्हासनगर की कोआपरेटिव बैंक में दो चालू खाते खोले गए थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीडि़त के कागजात से हरिओम टेक्सटाइल्स व तुलसी ट्रेडर्स नाम से दो व्यापारिक कंपनियां बनाईं गईं और चालू खाते खोले गए। दोनों चालू खातों के माध्यम से 2014 से 2017 के बीच 41.91 करोड़ रुपये का लेन-देन किया गया। 12 अगस्त को पीडि़त की शिकायत पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत उल्हासनगर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।